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2014 में कौन बनेगा देश का प्रधानमंत्री? सूरत के गणेश उत्सव में होगी वोटिंग

सूरत में इस बार एक गणेश आयोजक मंडल ने देश के प्रधानमंत्री को लेकर वोटिंग करवाने का फैसला लिया है. यह अपने आप में नया और अलग किस्म का प्रयोग होगा.

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वह मशीन, जिसमें वोटिंग होगी
वह मशीन, जिसमें वोटिंग होगी

2014 के लोकसभा चुनावों में कौन-सी पार्टी सत्ता में आएगी, उसका प्रधानमंत्री कौन होगा? इस बात पर देश में पहले से ही बहस छिड़ी हुई है. पर इस बहस से दूर सूरत में इस बार एक गणेश आयोजक मंडल ने देश के प्रधानमंत्री को लेकर वोटिंग करवाने का फैसला लिया है. यह अपने आप में नया और अलग किस्म का प्रयोग होगा.

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हूबहू इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की तरह दिखने वाली वोटिंग मशीन के जरिए सूरत की जनता देश के प्रधानमंत्री को लेकर अपना मत देगी. वोटिंग के लिए इस मशीन को सूरत के अलकापुरी युवक गणेश मंडल ने तैयार कराया है. इस मशीन से वोटिंग गणेश उत्सव के प्रथम दिन 9 सितम्बर से शुरू होगी और परिणाम 18 को आएगा.

इस दौरान भगवान गणेश के दर्शन के लिए गणेश पंडाल में आने वाले भक्त इस मशीन में दिए पीएम पद के उम्मीदवार को अपना वोट देंगे. इस मशीन पर पीएम पद के लिए बीजेपी के नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस के राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी से मुलायम सिंह यादव, जेडीयू के नीतीश कुमार को स्थान दिया गया है. साथ ही विकल्प के तौर पर एक अन्य को भी जगह दी गई है, मतलब जनता मनमर्जी से अपने पीएम पद के लिए वोट कर सकती है.

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वोटिंग करवाने वाला अलकापुरी गणेश मंडल आयोजक दिलीप भाई लखपति ने बताया, 'इस प्रोग्राम में हम जनता को यह बताने की कोशिश करेंगे कि सर्वे क्या होता है, ओ‍पीनियन पोल क्या होता है. हम परिणाम को ऑनस्क्रीन पेश करेंगे. पूरे देश में गणपति का माहौल है, सूरत में भी ज्यादा है. हमने उदयपुर पैलेस थीम पर मंडप बनाया है. परिणाम 18 तारीख को आएगा.'

वोटिंग मशीन को बनाने वाले का नाम है मशूद वोहरा. वोहरा ने कहा, 'जब आयोजकों ने यह कॉन्सेप्ट मेरे सामने पेश किया और कहा कि हम कुछ ऐसा कर सकते हैं कि लोगों का जनमत हासिल किया जा सके, तब मेरे दिमाग में इस मशीन का ख्याल आया. यह एयरटेल का टोकन बॉक्स था, जिसे मैंने उल्टा करके ईवीएम का रूप दे दिया. लोग बटन प्रेस करेंगे, वोट हमारे हमारे डाटाबेस में सेव हो जाएगा. वोट लाइव स्क्रीन पर दिखेगा और उसी समय इसे फेसबुक पेज पर देखा जा सकता है. वॉलंटियर एक-एक से वोट करके निकल जायेंगे, ताकि मल्टीपल वोट की समस्या न हो. यह मशीनें 20 मीटर के एरिया में चलेंगी, जो वाईफाई से कनेक्ट होंगी. हमने इसमें कुछ भी छिपाया नहीं है, सब कुछ पारदर्शी है.'

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