पोर्न पर प्रतिबंध के लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका के बाद देश भर में इस पर बहस चल रही है. कहा जा रहा है महिलाओं के प्रति रेप और हिंसा के मामलों के पीछे पोर्न एक बड़ी वजह है. लिहाजा लोग इस पर प्रतिबंध लगाने की वकालत कर रहे हैं. पोर्न पर प्रतिबंध को लेकर इंदौर के वकील कमलेश वासवानी ने 2013 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. वासवानी की याचिका इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 5 नवंबर 2014 को इसी याचिका को आधार बनाकर संचार और टेक्नोलॉजी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विभिन्न मंत्रालयों के 24 अधिकारियों के साथ बैठक की. मौजूदा बहस के संदर्भ में ही यहां पढ़िए पोर्न से जुड़े 10 महत्वपूर्ण प्वाइंट ..
1. पोर्नोग्राफी पर प्रतिबंध लगाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि 2005 के बाद प्रति सेकेंड पांच हजार साइटों पर पोर्न देखा जाता है.
2. भारतीय बाजार में तकरीबन 20 करोड़ पोर्न वीडियो/पोर्न क्लिपिंग्स/चाइल्ड पोर्नोग्राफी मुफ्त में उपलब्ध है.
3. अमेरिका में हर 39 मिनट पर पोर्नोग्राफी का एक नया वीडियो बनता है.
4. पश्चिम के ज्यादातर देशों ने पोर्न को प्रतिबंधित नहीं किया है, बल्कि चाइल्ड पोर्न पर प्रतिबंध लगाया है.
5. 35 फीसदी इंटरनेट डाउनलोड का संबंध सीधे पोर्नोग्राफी से है. और प्रति सेकेंड 28,258 यूजर इंटरनेट पर पोर्न देखते हैं.
6. हर सेकेंड इंटरनेट पर पोर्न देखने के लिए 3075.64 डॉलर खर्च किए जाते हैं.
7. हर सेकेंड 372 लोग सर्च इंजन में एडल्ट टाइप करते हैं.
8. 40 मिलियन अमेरिकी हर रोज पोर्न साइट पर विजिट करते हैं.
9. इंटरनेट पर पोर्न देखने वालों में एक तिहाई संख्या महिलाओं की है.
10. पोर्न कंटेट वाले 2.5 बिलियन ईमेल हर रोज भेजे या रिसीव किए जाते हैं.