केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि बच्चों से जुड़े रियलिटी शोज़ पर रोक लगाई जानी चाहिए. सरकार मानती है कि इन कार्यक्रमों से बालश्रम को बढ़ावा मिलता है. कोर्ट इस मसले पर अपनी तरफ से निर्देश जारी करेगा.
रियलिटी शो में किसी बच्चे को हंसाते या डांस करते दिखाते हुए नैट से पैकेज शुरू करें. बेशक कम उम्र के कलाकार आपका भरपूर मनोरंजन कर रहे हैं लेकिन मुमकिन है अब छोटे पर्दे पर ये सब ना दिखे. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि बच्चों के रियलिटी शोज़ बालश्रम को बढ़ावा देते हैं और इन पर रोक लगाई जानी चाहिए.
17 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर निर्देश भी जारी करने जा रहा है. दरअसल, इन्हीं रियलिटी शोज़ पर सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की तरफ से एक रिपोर्ट पेश की गई. एक याचिका की सुनवाई के दौरान पेश रिपोर्ट में सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि बच्चों से जुड़े रियलिटी शो रोके जाने चाहिए. हालांकि अदालत का साफ कहना है कि सिर्फ निर्देश जारी करने से कुछ होने वाला नहीं है. जरूरी है कि निर्देशों को अमल में भी लाया जाए.