बांग्लादेश में बीडीआर के विद्रोही जवानों ने आखिरकार हथियार डाल दिए हैं. सभी बंधकों को भी आजाद कर दिया गया है. इस बारे में सरकारी प्रवक्ता ने घोषणा की.
प्रधानमंत्री के प्रवक्ता अबुल कलाम आजाद ने कहा कि सभी जवानों ने सरेंडर कर दिया है और वे अपने बैरकों में वापस चले गए हैं. गृह मंत्री और वित्त मंत्री यहां पहुंच गए हैं.
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश राइफल्स के जवानों को चेतावनी दी थी कि फौरन हथियार डालें या आक्रामक परिणाम झेलने के लिए तैयार रहें. इस चेतावनी के जारी होने के कुछ ही देर बाद विद्रोही जवानों ने हथियार डाल दिए.
टीवी पर दिखाए गए संदेश में शेख हसीना ने कहा कि जवान आत्मघाती रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं. दो दिन तक चली इस बगावत में कम से कम 50 लोगों की जान जाने की खबर है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश राइफल्स के जवानों में कई महीनों से तनाव की चिंगारी सुलग रही थी. बुधवार को अधिकारियों ने उनकी ज्यादा वेतन, सस्ते भोजन और छुट्टियों की मांगें खारिज कर दीं, तो यह चिंगारी भड़ककर बगावत बन गई.