बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण 100 से ज्यादा बच्चों की जान जा चुकी हैं. वहीं अब चमकी बुखार का खतरा बिहार के दूसरे क्षेत्रों में भी बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. बिहार के बेगूसराय में चमकी बुखार के कई मामले सामने आए हैं.
इसको लेकर बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कहा है कि चमकी बुखार विकराल रूप न ले इसलिए इसकी रोकथाम और इलाज के लिए हर स्तर पर समुचित व्यवस्था किए जाने को लेकर बेगूसराय के डीएम से बात की गई है.
हमारी बात बेगूसराय डी॰एम॰ @rahulias6 जी हुई है...चमकी बुखार के कई केस बेगूसराय से रिपोर्ट किए गए हैं.. चमकी बुखार विकराल रूप ना ले इसलिए इसके रोकथाम व इलाज लिए हर स्तर पर इसकी समुचित व्यवस्था की जाए।
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) June 19, 2019
बता दें कि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 114 तक पहुंच गया है. ये आंकड़ा लगातार बढ़ते ही जा रहा है.
ओडिशा में जारी किया गया अलर्ट
उधर चमकी बुखार को लेकर ओडिशा में भी अलर्ट जारी किया गया है. इस बाबत ओडिशा सरकार की ओर से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने एक नया आदेश जारी किया गया है.
अब राज्य के बाजारों में बिक रही लीची के सैंपल इकट्ठे किए जाएंगे, क्योंकि कुछ रिसर्च में लीची से चमकी बुखार होने की बात सामने आई है.
स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास ने खाद्य सुरझा आयुक्तों को बाजार में बिक रही लीची की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जाए कि क्या लीची में कोई ऐसा जहरीला पदार्थ है, जो इंसान के शरीर पर असर डाल सकता है. ऐसी खबरें हैं कि बिहार में सौ से ज्यादा बच्चों की मौत खाली पेट लीची खाने से हुई है. हालांकि इसे लेकर अब तक डॉक्टरों की राय बंटी हुई है.