एक नाबालिग के फेसबुक पोस्ट से बिगड़ा पश्चिम बंगाल का माहौल अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है. कोलकाता से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बदुरिया गांव अब शांत हो रहा है. लेकिन इस शांति में भी चारों ओर इलाके में भारी पुलिस बल, अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती भी शामिल है. सुरक्षा इसलिए भी कड़ी की गई है कि कोई अफवाह ना फैल पाए.
बाशिरहाट के उत्तरी 24 परगना में काफी उत्पात हुआ था. हिंसा में काफी पुलिस गाड़ियों को जला दिया गया और कई लोग घायल भी हुए थे. इलाके में लोग अभी भी खौफ के साथ ही घूम रहे हैं. कई लोगों ने उस फेसबुक पोस्ट को देखा भी नहीं है जिसके वजह से ये बवाल हुआ है, लोगों में इस बात का गुस्सा है कि जब उन्हें उसके बारे में पता नहीं है तो उसका भुगतान उन्हें क्यों करना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि फेसबुक पर एक आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में सांप्रदायिक हिंसा बढ़ गई है, जिसके बाद केंद्र ने 400 अर्धसैनिक बलों के जवानों को वहां भेजा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में कहा कि आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर जिले के बशीरहाट सब डिवीजन इलाके में दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़पें हुई थी.
cवहीं दूसरी ओर राजभवन और बीजेपी ममता बनर्जी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद किए हुए हैं. बुधवार को राज्यपाल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि ममता बनर्जी के आरोप राज्यपाल और उनके दफ्तर की बेइज्जती और अपमान करने के समान है. राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने भी कहा कि यह बेहतर होगा कि राज्यपाल पर आरोप लगाने के बजाय ममता और उनके सहयोगी कानून एवं व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए काम करें. वहीं, बीजेपी ने ममता सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग की है.