भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रमुख अमित शाह के अगले हफ्ते बंगाल के दौरे पर आने से पहले ही पार्टी की प्रदेश ईकाई में दरार खुलेआम सामने आ रही है. पार्टी उपाध्यक्ष चंद्र कुमार बोस ने शीर्ष नेतृत्व से अनुरोध किया है कि राज्य के लिए नेता का 'चुनाव' किया जाए न कि 'चयन'.
बीजेपी के राज्य प्रमुख दिलीप घोष का कार्यकाल दिसंबर में खत्म होने जा रहा है. पश्चिम बंगाल पुलिस ने दिलीप घोष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. घोष ने मंगलवार को जलपाईगुड़ी में एक भाषण के दौरान कहा था कि बम के बदले बम से जवाब दिया जाएगा.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के रिश्तेदार चंद्र कुमार ने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि बीजेपी की बंगाल के राज्य ईकाई में जारी संकट का समाधान पार्टी अध्यक्ष का 'चुनाव' करके किया जा सकता है, न कि किसी का 'चयन' करके.
बोस ने एक ट्वीट में लिखा, 'नेतृत्व मुद्दे पर बंगाल बीजेपी में संकट का हल पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करके किया जा सकता है न कि किसी का चयन करके. जिलों और कोलकाता में मतपत्र के माध्यम से निर्णय होने दिया जाए कि कौन पार्टी को जीत की राह पर ले जाएगा. वर्तमान में निराशाजनक स्थिति है.'
गुरुवार को किए गए एक अन्य ट्वीट में बोस ने कहा, 'मैंने इसे सार्वजनिक नहीं किया है. बंगाल अध्यक्ष ने एक आम सभा में कहा था कि वह दिसंबर 2018 तक पद पर रहेंगे. पर्यवेक्षकों ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 तक पद पर रहेंगे. दूसरे लोग कहते हैं कि पंचायत चुनाव 2018 तक रहेंगे. मैं सच्चाई जानने का प्रयास कर रहा हूं.'Crisis in the leadership issue in @BJP4Bengal can be solved by electing a party President & not selecting one! Let the ballot decide both in the districts & Kolkata who should take the leadership to take the party to victory. At present hopeless situation. @AmitShah
— Chandra Kumar Bose (@Chandrabosebjp) June 19, 2018
I have not brought it out in the open! Bengal President stated in a public meeting he would remain till Dec'18,Observer states till #LokSabha elections 2019. Others say till Panchayat polls 2018! I'm trying to known the truth?? @AmitShah @tathagata2 @KailashOnline @DilipGhoshBJP
— Chandra Kumar Bose (@Chandrabosebjp) June 21, 2018
उक्त ट्वीट के कुछ घंटे बाद ही किए गए एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'बंगाल बीजेपी में नेतृत्व संकट की अफवाहों का तुरंत समाधान किया जाना चाहिए. मामला पिछले छह महीने से सार्वजनिक है. बंगाल बीजेपी राज्य के लोगों के लिए तभी काम कर सकती है जब पार्टी में अंदरूनी लोकतंत्र बहाल हो.'