पार्टी की हिदायत को दरकिनार करते हुए कांग्रेस नेता और केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर फिर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उनके (मुलायम) रेत माफियाओं से ‘सांठ गांठ’ है और यही नोएडा की एसडीएम के निलंबन का कारण है.
वर्मा ने आईएएस अधिकारी और नोएडा की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन रद्द करने की मांग की और दावा किया कि दुर्गा को किसी धार्मिक स्थल की दीवार ढहाने के कारण निलंबित नहीं किया गया है.
वर्मा ने कहा, ‘यह निलंबन सुप्रीमो (मुलायम सिंह यादव) के आदेश पर किया गया और (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) अखिलेश यादव को इस आदेश के बारे में जानकारी नहीं थी. वह अच्छा लड़का है. उसके पिता को उसका करियर बर्बाद नहीं करना चाहिए क्योंकि वह अभी प्रशिक्षण दौर में है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि मुलायम सिंह यादव दुर्गा का निलंबन चाहते थे क्योंकि उनकी रेत माफिया से ‘सांठ गांठ’ है जिनके खिलाफ एसडीएम ने अभियान चला रखा था.
वर्मा ने कहा, ‘वह लड़की निर्दोष है. अगर सम्मान के साथ उसे बहाल नहीं किया गया तो राज्य सरकार को परिणाम भुगतना पड़ेगा.’ यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले के संदर्भ में कांग्रेस नेता ने कहा कि मामले की जांच सही ढंग से होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘हालांकि मुलायम को जेल नहीं भेजा जाना चाहिए क्योंकि मैं आगामी लोकसभा चुनावों में उनके खिलाफ चुनाव लड़ना चाहता हूं.’ वर्मा ने यादव पर फिर से ऐसे समय निशाना साधा है जबकि पार्टी ने उनसे सपा प्रमुख के खिलाफ किसी टिप्पणी से बचने को कहा है.