कांग्रेस नेता और केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने पार्टी आलाकमान को धमकी दी है कि अगर उन्हें समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के खिलाफ बोलने से रोका गया, तो वह न सिर्फ मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे, बल्कि कांग्रेस भी छोड़ देंगे.
बेनी कभी मुलायम को आतंकवादियों को पनाह देने वाला, तो कभी पीएम के घर में पोंछा लगाने लायक भी नहीं बताते रहे हैं. फिलहाल उन्होंने कहा है कि मेरी मुलायम के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी. चाहे इसके लिए मंत्री पद ही क्यों न छोड़ना पड़े. बेनी इतने पर ही नहीं रुके और बोले कि ‘मेरे बोलने पर जिस तरह की बातें होती हैं, उससे मैं अपमानित महसूस करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं जब चाहे, पार्टी छोड़ सकता हूं. लेकिन सोनिया गांधी के कुशल नेतृत्व की वजह से अब तक रुका हुआ हूं. ’बेनी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के पास उनके सवालों का कोई जवाब नहीं है. उन्होंने कहा, 'वे सिर्फ मुझे पागल कहते हैं. वे कहते हैं कि मैं जो कहता हूं, उसका कोई अर्थ नहीं है.'
कांग्रेस के यूपी प्रभारी महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने बेनी प्रसाद वर्मा के ताजा बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी ने किसी को एसपी की आलोचना करने से नहीं रोका है, लेकिन किसी के खिलाफ बोलते समय अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.
इससे पहले बुधवार को भी कांग्रेस ने बेनी प्रसाद वर्मा को मुलायम सिंह यादव के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने से बचने की हिदायत दी थी. पार्टी बेनी के उस तल्ख बयान पर टिप्पणी कर रही थी जिसमें उन्होंने कहा था कि मुलायम पीएम बनने का सपना देखते हैं, मगर वे पीएम निवास पर झाड़ू लगाने के लायक भी नहीं हैं.
सब कहने सुनने के बाद सियासत की सच्चाई बस इतनी है कि बेनी यूपी में कांग्रेस के लिए तभी तक काम के हैं, जब तक वह मुलायम की नकेल कसते रहें. इस फेर में कई बार वह बेबाक से बदतमीज हो जाते हैं और तब पार्टी उनसे पल्ला झाड़ लेती है, मगर सिर्फ अगले बयान की आमद तक.