केंद्र की यूपीए सरकार की नैया एक बार फिर जोरों से डगमगाती नजर आ रही है. डीमके के समर्थन वापस लेने के बाद यूपीए को बाहर से सहारा दे रही समाजवादी पार्टी ने अब सरकार को बड़ी संकट में डाल दिया है.
दरअसल, बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही एसपी सांसदों ने बेनी प्रसाद वर्मा के विवादास्पद बयान को लेकर फिर से हंगामा शुरू कर दिया. एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने भी कांग्रेस से सीधे-सीधे पूछ डाला कि सरकार यह बताए कि समर्थन के लिए उसने कितना पैसा दिया है?
बेनी वर्मा की बर्खास्तगी की मांग के मसले पर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी मुलायम सिंह यादव से मुलाकात कर रही हैं. एसपी नेता रामगोपाल यादव ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यूपीए को समर्थन के बारे में मुलायम सिंह यादव ही अंतिम फैसला करेंगे. पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि अक्टूबर में ही चुनाव होने के आसार हैं.
कुल मिलाकर, एसपी अब बेनी प्रसाद वर्मा की बर्खास्तगी की मांग पर अड़ गई है. सरकार ने भी यह साफ कर दिया है कि उस पर एसपी की ओर से दबाव बढ़ गया है.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है सारा विवाद बेनी प्रसाद वर्मा के उस बयान से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुलायम सिंह यादव गुंडा हैं और उनके संबंध आतंकवादियों से हैं. बाद में उन्होंने संसद में अपने बयान को दोहराया, जिस पर काफी हो-हल्ला मचा.
मंगलवार को एसपी नेता रामगोपाल यादव ने बयान दिया कि बेनी प्रसाद के मंत्री बने रहने से हमें ही फायदा है. इससे एक कदम आगे बढ़कर उन्होंने कह डाला कि जिसका दिल बड़ा होता है, वहीं माफ किया करते हैं. बहरहाल, यह विवाद अब फिर से गरमाता जा रहा है.