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फरियाद और अपेक्षाओं के बीच PM मोदी आज किसानों से करेंगे 'मन की बात'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर रेडियो के जरिए राष्ट्र को संबोधित करेंगे. रविवार को बार 'मन की बात' कार्यक्रम के तहत वह ग्रामीण भारत, किसान और खेत-खलिहान के बारे में अपनी राय साझा करेंगे. रेडियो पर वह छठी बार 'मन की बात' कर रहे हैं. इससे पहले वह स्वच्छता, शि‍क्षा, विकलांग बच्चों की समस्या और नशा मुक्ति‍ जैसे विषयों पर राष्ट्र के साथ अपने विचार साझा कर चुके हैं. कार्यक्रम का प्रसारण सुबह 11 बजे होगा.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर रेडियो के जरिए राष्ट्र को संबोधित करेंगे. रविवार को बार 'मन की बात' कार्यक्रम के तहत वह ग्रामीण भारत, किसान और खेत-खलिहान के बारे में अपनी राय साझा करेंगे. रेडियो पर वह छठी बार 'मन की बात' कर रहे हैं. इससे पहले वह स्वच्छता, शि‍क्षा, विकलांग बच्चों की समस्या और नशा मुक्ति‍ जैसे विषयों पर राष्ट्र के साथ अपने विचार साझा कर चुके हैं. कार्यक्रम का प्रसारण सुबह 11 बजे होगा.

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पीएम के 'मन की बात' का प्रसारण रेडियो पर विविध भारती, एफएम गोल्ड और एफएम रेनबो पर सुना जा सकेगा. मोदी के इस संबोधन से ठीक पहले किसानों ने भी पीएम से फरियाद लगाई है. संसद से लेकर सड़क तक मोदी सरकार इन दिनों किसान विरोधी नीति बनाने के आरोप का सामना कर रही है. भूमि अधि‍ग्रहण बिल से लेकर मौसम की मार और इस कारण फसल की बर्बादी के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को दोनों सदनों में जमकर कोसा है. खासकर भूमि अधिग्रहण बिल को किसान विरोधी बताते हुए पूरा विपक्ष एकजुट है. इसके अलावा अन्ना हजारे समेत कई अन्य समाजसेवी नेता और संगठन भी इस बाबत सरकार का विरोध कर रहे हैं.

मोदी की चुनौती
जाहिर तौर पर मौजूदा राजनीतिक परिस्थि‍ति को देखते हुए मोदी 'मन की बात' के जरिए किसान विरोधी छवि से निकलने की कोशिश करेंगे. विपक्ष हमेशा सरकार पर कॉरपोरेट के साथ रहने का आरोप लगाती रही है. ऐसे में संभव है कि पीएम 'मन की बात' में भूमि अधिग्रहण बिल में किए गए ग्यारह संशोधनों का जिक्र करें और उसके फायदों पर चर्चा करें.

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दूसरी ओर, इस कार्यक्रम से ठीक पहले किसानों ने प्रधानमंत्री के साथ अपने मन की बात रखी. किसी ने बेमौसम हुई बरसात से खराब फसल तो किसी ने भूमि बिल को लेकर समस्या का जिक्र किया. किसानों ने फसल की पूरी कीमत नहीं मिलने की परेशानी पर भी पीएम का ध्यान खींचा. ऐसे में बहुत संभव है कि मोदी इस बाबत कोई नीति या विचार का भी जिक्र करें.

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