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पुस्तक मेले में हुआ 'Beyond Rahul Vs Modi' किताब का विमोचन

किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट पर अगर कोई राहुल गांधी की तारीफ लिख दे तो उसके विरोध में मोदी के चाहने वालो के कमेंट शुरू हो जाते हैं, अगर मोदी की प्रशंसा की तो राहुल गांधी के फैन्स भड़क जाते हैं. आज हर कहीं राजनीति के इन दो किरदारों की चर्चा है. इनके बीच में एक और नया नाम अरविन्द केजरीवाल का उभरा है. इन्ही चुनावी चर्चों पर आधारित किताब 'राहुल वर्सेज मोदी' का विश्व पुस्तक मेले में विमोचन किया गया.

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पुस्तक मेले में हुआ किताब का विमोचन
पुस्तक मेले में हुआ किताब का विमोचन

किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट पर अगर कोई राहुल गांधी की तारीफ लिख दे तो उसके विरोध में मोदी के चाहने वालो के कमेंट शुरू हो जाते हैं, अगर मोदी की प्रशंसा की तो राहुल गांधी के फैन्स भड़क जाते हैं. आज हर कहीं राजनीति के इन दो किरदारों की चर्चा है. इनके बीच में एक और नया नाम अरविन्द केजरीवाल का उभरा है. इन्ही चुनावी चर्चों पर आधारित किताब 'राहुल वर्सेज मोदी' का विश्व पुस्तक मेले में विमोचन किया गया.

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किताब में आजकल के चुनावी माहौल की सरगर्मियों को देखते हुए आने वाले लोकसभा चुनाव परिणामों के क़यास भी लगाए गए हैं. किताब के लेखक सुतानु गुरु हैं जिसे उपकार प्रकाशन ने प्रकाशित किया है.

किताब के प्रकाशकों को उम्मीद है कि मौजूदा हालात में किताब काफी प्रासंगिक है, और नौजवान इसे खूब पढ़ेंगे, किताब में उन सभी विषयों पर रौशनी डालने का प्रयास किया गया है जो आजकल राजनीतिक चर्चा का विषय बना हुआ है. चाय बेचने वाले मोदी एक राजनीतिक घराने के युवराज को हरा पाएंगे या नहीं, क्यों बहुत से लोग मोदी को नापसंद करते हैं, क्या अल्पसंख्यक मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद सुरक्षित रहेंगे, क्या राहुल गांधी वाकई कांग्रेस पार्टी को बदल पाएंगे, क्या गुजरात में वाक़ई चमत्कार हुआ है. कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशती है ये किताब. जाहिर ये ऐसे विषय हैं जिससे लोगों में इस किताब को पढ़ने कि जिज्ञासा भी पैदा होगी.

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