पाकिस्तान की दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति और पाक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पर फातिमा अली भुट्टो की ओर से लगाए जा रहे आरोपों के बचाव में अब भुट्टो खानदान के चश्मो चिराग खुल कर सामने आ रहे हैं और इसके लिए उन्होंने सहारा लिया है सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वीटर का.
बेनजीर की सबसे बड़ी बेटी बख्तावर भुट्टो जरदारी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर लिखा, ‘देश के शक्तिशाली संस्थान उनकी (जरदारी) निंदा कर उन्हें ‘मिस्टर 10 प्रतिशत’ बता रहे हैं, जबकि उन्होंने देश को 110 प्रतिशत दिया है.’ उन्होंने लिखा, ‘पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए किसी राष्ट्रपति ने अपनी मर्जी से अपनी शक्तियों का त्याग किया है.’ गौरतलब है कि हाल ही में जरदारी ने राष्ट्रपति की शक्तियों में कटौती करने वाले संवैधानिक संशोधन पर दस्तखत किए थे.
बख्तावर के भाई और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष बिलावल ने लिखा है, ‘मेरी ख्वाहिश है कि जिया (जिया उल हक) जीवित रहते. मैं चाहता था कि वह जीवित रहकर बदले पाकिस्तान को अपनी आंखों से देखते.’
बिलावल ने जिया उल हक के चर्चित उद्धरण का भी उल्लेख करते हुए लिखा, ‘पुरुष महिलाओं की भूमिका में हैं क्योंकि अल्लाह ने एक के ऊपर भी किसी को रखा है. अच्छी महिलाएं आज्ञाकारी होती हैं.’ उन्होंने लिखा, ‘मैं चाहता था कि वह जिंदा रहकर देखते कि हमने कैसे मुसलमान देशों में पहली बार एक महिला को प्रधानमंत्री बनाया. वह जीवित रहकर देखते कि हमने कैसे अपनी संसद में एक महिला को अध्यक्ष पद पर बैठाया.’