बीते कुछ वक्त से जनसंख्या पर काबू पाने की कोशिशें ही मुसीबत का सबब बनती जा रही हैं. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक नसबंदी कैंप में डॉक्टरों की लापरवाही से 13 महिलाओं की मौत हो गई थी. लेकिन मौत के इस आतंक के बाद भी प्रशासन की ओर से लापरवाही बरतने का मामला थम नहीं रहा है. अब ओडिशा में एक नसबंदी कैम्प में साइकिल पंप का इस्तेमाल करने की खबर है.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर के मुताबिक, नसबंदी के लिए साइकिल में हवा भरने वाले पंप के इस्तेमाल से इलाज कराने वाली महिलाओं में दहशत है. राज्य सरकार ने इस बाबत जांच के आदेश दे दिए हैं. घटना राज्य सरकार के अंतर्गत बानरपाल सामुदायिक हेल्थ केयर सेंटर की है. अस्पताल के डॉक्टरों ने पंप के इस्तेमाल की बात को रूटीन बताया. अस्पताल के डॉक्टर महेश चंद्र राउत ने कहा कि नसबंदी के लिए पंप इस्तेमाल करना आम बात है. जरूरी मेडिकल उपकरणों के न होने पर राज्य के ज्यादातर अस्पतालों में पंप का इस्तेमाल किया जाता है.
डॉ. राउत ने इस बात का दावा किया कि उन्होंने अब तक करीब 60 हजार नसबंदी ऑपरेशन किए हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की ओर से अवॉर्ड भी दिया गया है. राउत ने कहा कि इस मामले को तूल देने की कोई जरूरत नहीं है. ओडिशा की हेल्थ सेक्रेटरी आरती आहूजा ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.