दुनिया के सबसे अमीर मंदिर केरल के पद्मनाभ स्वामी मंदिर में खजाने की खोज को भारी धक्का लगा है. पूर्व सॉलिसिटर जनरल गोपाल सुब्रमणियम ने इस काम में हाथ बंटाने से इनकार कर दिया है. उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने एमिक्स क्यूरी यानी अदालत का मित्र बनाया था और खजाने के बारे में तमाम तरह की रिपोर्ट देने को कहा था.
बताया जाता है कि सुब्रमणियम इस बात से नाराज हैं कि उनका प्रमोशन करके सुप्रीम कोर्ट का जज क्यों नहीं बनाया गया. बुधवार को उन्होंने बिना कोई कारण बताए चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा को अपना इस्तीफा भेज दिया. बताया जाता है कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने के खिलाफ सरकार ने आवाज उठाई थी जिसके बाद उन्होंने अपना दावा वापस ही नहीं ले लिया बल्कि यह भी कहा कि वह वहां तब तक प्रैक्टिस नहीं करेंगे जब तक जस्टिस लोढ़ा चीफ जस्टिस रहेंगे. वह चीफ जस्टिस के रवैये से नाराज हैं.
सुब्रमणियम ने मार्च में कोर्ट को अपनी रिपोर्ट दी थी और उसमें उन्होंने बताया था कि किस तरह से शाही खानदान वहां के खजाने से सोना चुरा रहा है. उनका आरोप था कि 26 किलो सोना जिसकी कीमत 65 करोड़ रुपये है, वहां से गायब है. कोर्ट ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं. हैरानी की बात यह है कि इस मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस लोढ़ा ने भी अपना नाम इससे हटा लिया है और इस मामले को दूसरे बेंच को सौंप दिया है.
तिरुवनंतपुरम स्थित इस मंदिर में खजाने की खोज के दौरान 1.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति मिली है. कोर्ट के आदेश के बाद वहां गर्भ गृह के कपाट खोले गए थे जो सदियों से बंद थे. अभी कुछ और तहखाने खुलने हैं. लेकिन सुब्रामणियम के बाहर निकलने से अब यह काम ठहर जाएगा.