इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से हुआ. यह कार्यक्रम तब हो रहा है जब पूरा देश पुलवामा हमले के बाद वायुसेना की जवाबी कार्रवाई को सलाम कर रहा है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कीनोट एड्रेस में कहा कि बीते दिनों के घटनाक्रम में लोगों को दिखाई दे रहा होगा कि आज भारत की विदेश नीति का प्रभाव क्या है. अब कोई भारत को आंख दिखाने का साहस नहीं कर सकता.
पीएम मोदी बोले-डर अच्छा है
सेना के पराक्रम और सरकार के सख्त रवैये का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का भारत निडर, निर्भीक और निर्णायक है. भारतीयों की इसी एकजुटता ने ही देश के भीतर और बाहर कुछ देश विरोधी लोगों में एक डर पैदा किया है. आज जो वातावरण बना है, मैं यही कहूंगा कि ये डर अच्छा है. जब दुश्मन में भारत के पराक्रम का डर हो, तो ये डर अच्छा है. जब आतंक के आकाओं में सैनिकों के शौर्य का डर हो, तो ये डर अच्छा है. कांग्रेस का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि जब मामा के बोलने से बड़े-बड़े परिवार बौखला जाएं, तो ये डर अच्छा है. जब भगोड़ों में डर हो कि उनकी संपत्ति जब्त हो सकती है, तो ये डर अच्छा है.
मोदी विरोध करते-करते कुछ लोग देश विरोध पर उतर आए हैं
बालाकोट पर वायुसेना की कार्रवाई पर उठने वाले सवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बढ़ते हुए भारत के सामने आज एक चुनौती खड़ी हुई है. ये चुनौती है अपने ही लोगों का मजाक उड़ा कर आत्मसंतुष्टि पाना. जब पूरी दुनिया आतंक की लड़ाई के खिलाफ हमारे साथ खड़ी है, तो कुछ दलों के नेता सेना के पराक्रम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इन लोगों के लेख को पाकिस्तान सबूत की तरह पेश कर रहा है. ये लोग मोदी विरोध करते-करते देश का विरोध करने लगे हैं. पीएम मोदी ने कहा आज पूरा देश एक स्वर में कह रहा कि अगर राफेल होता तो परिणाम कुछ और होते. राफेल पर स्वार्थनीति करते-करते लोग राजनीति करने लगे हैं. इन्हें ख्याल रखना चाहिए कि मोदी विरोध की जिद में मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंक के सरपरस्तों को सहारा ना मिल जाए.
पुरानी सरकार कमीशन वाली, हमारी सरकार मिशन वाली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस को हर 10 साल में किसानों के कर्जमाफी की याद आती है. लेकिन हमने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधी की घोषणा 1 फरवरी को की और 24 फरवरी को इस योजना को लॉन्च कर दिया. हमारी सरकार 24X7 काम करती है. पिछली सरकार में न्यूनतम समर्थन मूल्य की फाइल 7 साल तक दबी रही. उनकी सरकार 10 फीसदी कमीशन के लिए काम करती थी. हमारी सरकार 100 फीसदी मिशन पर काम करती है. पीएम मोदी ने काग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पुरानी सरकार 'Dole' और 'Deal' वाली सरकार थी. उन्होंने कहा कि पहले वाली सरकार 'Act' वाली सरकार थी, हमारी सरकार 'Action' वाली सरकार है.
कांग्रेस सरकार में जीप से लेकर सबमरीन तक घोटाले हुए
रक्षा के क्षेत्र में पूर्ववर्ती सरकारों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूछा ऐसा क्यों है कि जिन लोगों ने कई सालों तक देश पर राज किया उनके कार्यकाल में जीप से लेकर सबमरीन तक रक्षा घोटाले हुए? रक्षा सौदों में बिचौलिए कौन थे? लुटियंस दिल्ली के लोग बेहतर जानते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 2009 में हमारी सेना ने 1 लाख बुलेट प्रूफ जैकेट की मांग की लेकिन 2014 तक एक भी बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं आए. हमने अपने कार्यकाल में 2.30 लाख बुलेट प्रूफ जैकेट खरीदे.
'आजतक' की टैग लाइन है 'सबसे तेज', हमारी सरकार भी है 'सबसे तेज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'आजतक' अच्छे सवाल पूछने के लिए जाना जाता है लेकिन आज मैं भी 'आजतक' के मंच के कुछ सवाल पूछना चाहता हूं. आज तक क्यों लोग खुले में शौच करने को मजबूर थे, आज तक क्यों दिव्यांगों के लिए सरकार संवेदनशील नहीं थी? आज तक क्यों गंगा का पानी इतना प्रदूषित था? आज तक क्यों हमारे देश की सेना के जांबाज जवानों के लिए नेशनल वार मेमोरियल नहीं था? आज तक क्यों देश के पुलिस कर्मियों के लिए मेमोरियल नहीं था. आज तक की टैग लाइन है 'सबसे तेज' तो मैने सोचा कि मैं भी अपनी सरकार के बारे में बता दूं कि हम भी कितने तेज हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि 1991 से देखे तो पिछले 5 साल की अवधि में हमने जीडीपी ग्रोथ सबसे तेज गति से बढ़ाई है. 1991 से देखे तो पिछले 5 साल की अवधि में हमने सबसे तेज़ महँगाई दर को घटाया है. आज देश में सबसे तेज गति से सड़कों का निर्माण हो रहा है. आज सबसे तेज गति से रेलवे का विकास कार्य हो रहा है. आज हम सबसे तेज गति से गरीबों के लिए मकान बना रहे हैं. आज देश में सबसे तेज गति से मोबाइल मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट लगाने का कार्य हुआ है. तो जैसे ‘सबसे तेज़’ आपकी टैग लाइन है, तो इसी तरह से ‘सबसे तेज’ हमारी सरकार की लाइफ लाइन है.
21वीं सदी भारत की होगी
अपने पहले कार्यकाल के पांच साल की बात रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 से 2019 और 2019 से शुरू होने वाली आगे की ये यात्रा बदलते हुए सपनों की कहानी है. निराशा की स्थिति से आशा के शिखर तक पहुंचने की कहानी है, संकल्प से सिद्धि की ओर ले जाने वाली कहानी है. हमने किताबों में खूब पढ़ा है कि इक्कीसवीं सदी भारत की होगी. बीते पांच वर्षों की मेहनत और परिश्रम से हमने देश की नींव को मजबूत करने का काम किया है. इसी नींव पर नए भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा. आज मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि इक्कीसवीं सदी भारत की होगी.