बिहार में चमकी बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 150 हो गया है. इस बीच गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के घर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को रोकने पहुंची दिल्ली पुलिस से उनकी भिड़ंत हो गई. पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है.
बता दें कि चमकी बुखार से सबसे ज्यादा प्रभावित मुजफ्फरपुर हुआ है. अकेले यहां पर 132 बच्चों की मौत हुई है. मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में 111 और केजरीवाल हॉस्पिटल में 21 बच्चों की मौत हुई है. लगातार मौतों से विपक्ष केंद्र और राज्य सरकार पर हमलावर है. इसी कड़ी में गुरुवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.
Muzaffarpur Acute Encephalitis Syndrome (AES) deaths: Indian Youth Congress and Bihar Congress unit protested near Union Health Minister Dr.Harsh Vardhan's residence in Delhi. Protesters later detained by Police. pic.twitter.com/WGtqUuRW8d
— ANI (@ANI) June 27, 2019
थमा मौतों का सिलसिला
चमकी बुखार को लेकर गुरुवार को अच्छी खबर आई. जानलेवा बीमारी से मौतों का सिलसिला अब थम गया है. बारिश के बाद मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज और केजरीवाल हॉस्पिटल में चमकी बुखार से पीड़ितों की आमद भी कम हो गई है. हालांकि अभी भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. राज्य और केंद्र सरकार की ओर से भेजी गई टीमें हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा
विपक्ष के अलावा बच्चों की मौतों पर सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त रूख अपनाया है. कोर्ट ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार से इस बीमार पर जवाब मांगा है. कोर्ट ने सरकारों से तीन मुद्दे पर हलफनामा दायर करने को कहा है, जिसमें हेल्थ सर्विस, न्यूट्रिशन और हाइजिन का मामला है. अदालत की तरफ से कहा गया कि ये मूल अधिकार हैं, जिन्हें मिलना ही चाहिए.
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