बिहार के एक जिले में दहेज प्रथा का विरोध करने वालों को मौलवियों का साथ मिल गया है. मौलवियों ने कहा है कि वे दहेज लेने या देने वाले लोगों का निकाह नहीं कराएंगे.
मुस्लिमों के बीच दहेज लेने-देने की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए बिहार के नालंदा जिले में इमामों की संस्था ने शनिवार की शाम हुई एक बैठक में इस बारे में फैसला किया.
नालंदा जिले में बिहारशरीफ के इमारत-ए-शरिया के प्रमुख काजी मौलाना मंसूर आलम ने कहा, 'हमने जिले में उन लोगों का निकाह नहीं कराने का फैसला किया है, जो दहेज लेते या देते हैं.'
उन्होंने कहा, 'दहेज के खिलाफ जागरूकता पैदा करने का यह ऐतिहासिक कदम है. यह दहेज लेने वालों का सामाजिक बहिष्कार का एक तरीका है.'
आलम ने कहा कि नालंदा जिले में इस फैसले के सफल रहने के बाद वे लोग बिहार के अन्य जिलों के इमामों से इसी तरह की कार्रवाई अमल में लाने का अनुरोध करेंगे. मुस्लिम समुदाय ने दहेज के खिलाफ इस कदम का स्वागत किया है.