बिहार चुनाव को लेकर सियासत अभी से तेज हो गई है. बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी अब NDA में शामिल होकर बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले हैं.
जीतनराम मांझी ने गुरुवार शाम को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की, जिसमें चुनाव को लेकर भावी रणनीति पर चर्चा हुई. इस हाई प्रोफाइल बैठक में बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल थे.
मीटिंग से बाहर आने के बाद जीतनराम मांझी ने कहा, 'मैं निश्चित रूप से NDA में शामिल हो रहा हूं. सीटों के बंटवारे को लेकर कोर कमेटी की बैठक में फैसला लिया जाएगा.'
इस अहम घटनाक्रम के बाद जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने जीतनराम मांझी पर तंज कसने में देर नहीं लगाई. उन्होंने कहा, 'मांझी को तो खुद ही माझी की जरूरत है.'
AAP नेता और कवि कुमार विश्वास ने भी ट्वीट करके बीजेपी व मांझी पर कटाक्ष किया. उन्होंने मांझी की तुलना दिल्ली चुनाव में हार का मुंह देखने वाली किरण बेदी से कर दी.
फिलहाल इनके बीच सीटों के बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है. हालांकि जीतनराम मांझी सीटों को लेकर बीजेपी से तोल-मोल करने से चूकने वाले नहीं हैं. पिछले दिनों ऐसी खबरें आईं कि उन्होंने बीजेपी से प्रदेश चुनाव में 60 सीटों की मांगी कर दी थी.बधाई भक्तो.बिहार में जीतनराम "बेदी" हुए है दिल्ली दोहराने की अग्रिम बधाई 😜
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) June 11, 2015
JDU और RJD पहले ही यह ऐलान कर चुकी हैं कि दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी. इस गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल होने को तैयार है. गठबंधन में नीतीश कुमार हैं, जिस वजह से इसमें मांझी की एंट्री नहीं हो सकी. मांझी के सामने सीमित विकल्प बचे थे. ऐसे में मांझी के बीजेपी के साथ आने की संभावना पहले ही बढ़ गई थीं.
बिहार चुनाव से पहले प्रदेश से लेकर केंद्र की सियासत में नए सियासी समीकरण देखने को मिल रहे हैं. बहरहाल, सियासत में बदलाव का दौर 'बदस्तूर' जारी है.