राजद ने नीतीश कुमार सरकार की कैबिनेट के मंत्रियों पर सार्वजनिक धन की फिजूलखर्ची में शामिल रहने का आरोप लगाते हुए इसे बिहार के लोगों के प्रति एक ‘क्रूर मजाक’ करार दिया.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्दिकी ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘यह कुछ और नहीं, बल्कि बिहार के लोगों के उपर एक क्रूर मजाक है. मंत्री वाहनों के रखरखाव और अपने सरकारी बंगलों और कार्यालयों को सजाने संवारने में धन खर्च कर रहे हैं, जबकि राज्य की राजग सरकार गरीब बिहार को विशेष दर्जा दिये जाने की मांग कर रही है.’’
राजद के वरिष्ठ नेता ने आरटीआई के तहत मिली सूचना का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि हर साल मंत्रियों के सरकारी वाहनों के तेल पर लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2008-09 के दौरान 14 मंत्रियों के वाहनों के तेल पर 47.4 लाख रुपया खर्च किया गया.