
मुजफ्फरपुर शराबकांड में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंत्री रामसूरत राय पर हमलावर हैं. सदन से लेकर सड़क तक वो मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. तेजस्वी यादव के आरोपों पर आज मंत्री ने दस्तावेजों के साथ सफाई दी.
रामसूरत राय ने कहा कि मेरे विभाग में जिस तरह से काम हो रहा है, उससे विपक्ष घमराया हुआ है. मेरे मंत्री बनने के बाद भू-माफियाओं में खलबली है. कुछ नेता भी परेशान हैं, जो जमीन हड़पने में लगे रहते हैं.
मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव ने आरोप भी लगाया और खुद ही जवाब भी दे दिया. मंत्री ने आज फिर से कहा कि वो जमीन उनके भाई के नाम पर है. दोनों के बीच 2012 में ही रजिस्टर्ड बंटवारा हो चुका है और जिस जमीन पर स्कूल है, वो मेरे भाई ने बंटवारे के बाद 2014 में खरीदी थी.
रामसूरत राय ने आरोप लगाया कि गिरफ्तार अमरेंद्र कुशवाहा ने स्वीकार किया है कि वो स्कूल वही चलाता था. जिस दिन शराब बरामद हुई, मौके से पकड़ी गई दो गाड़ियां भी उन्हीं से जुड़ी हुई हैं. गिरफ्तार लोगों में कुछ उसके रिश्तेदार भी हैं. उनमें से एक शराब माफिया है, उसपर पहले ही मामले दर्ज हैं.
मंत्री रामसूरत राय ने दोहराया कि इस मामले में कहीं से भी उनके परिवार की संलिप्तता नहीं है. बड़ी एजेंसियां इसकी जांच कर लें. अगर मेरा भाई दोषी है तो जेल जाये, मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन आखिर मेरा इससे क्या लेना-देना? क्या तेज प्रताप पर FIR दर्ज होगी, तो तेजस्वी इस्तीफा देंगे?
मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि वो कृष्ण के वंशज हैं और आज भी गाय रखते हैं. उनकी पुश्तैनी कमाई दूध से हुई है, जहर से नहीं.
मंत्री रामसूरत ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो दारू बेचता है, उसके भाई को आज तेजस्वी यादव बगल में बिठाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. जिस दिन शराब मिली थी, मौके से जो गाडियां बरामद हुई थीं, उनमें से स्विफ्ट डिजायर और बाइक अमरेंद्र कुशवाहा के नाम पर है.
मंत्री ने कहा कि जो लोग गिरफ्तार हुए हैं, वो महागठबंधन से जुड़े हुए लोग हैं. अगर मेरा भाई दोषी है तो वो जेल जाए, मुझे कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन इससे मेरा क्या लेना देना है? अगर तेजस्वी पर एफआईआर होती है तो क्या तेज प्रताप इस्तीफा देंगे? क्या लालू या मरिछिया देवी के नाम पर कुछ होता है, तो तेजस्वी इस्तीफा देंगे? मेरी पुश्तैनी कमाई दूध से होती है न कि जहर से है.
इन सबके बीच बिहार विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ. सदन के अंदर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई. हाथापाई तक की नौबत आ गई. आरजेडी और जेडीयू विधायक में तीखी बहस हुई.
गौरतलब है इससे पहले बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मंत्री रामसूरत राय को शराब के मुद्दे पर घेरा. तेजस्वी ने कहा है कि जिस स्कूल से शराब मिली, उसका नाम 'अर्जुन मेमोरियल ज्ञान मंदिर है, रामसूरत राय के पिता का नाम अर्जुन राय है. उन्होंने पूछा कि कोई दूसरा व्यक्ति जमीन लीज पर लेकर मंत्री के पिता के नाम पर स्कूल क्यों चलाएगा? उन्होंने कहा कि ''जिस स्कूल से शराब बरामद की गई थी. उस स्कूल को लेकर रामसूरत राय का कहना है कि वो स्कूल उनके भाई हंसलाल राय के नाम पर नहीं है लेकिन बिजली का बिल उन्हीं के नाम से आता है.''
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि जिस शख्स ने पुलिस को कॉल करके स्कूल में शराब होने की जानकारी दी थी, पुलिस ने मंत्री के भाई को बचाने के लिए उसे ही जेल में डाल दिया. तेजस्वी ने कहा कि रामसूरत राय ने कहा कि वो इस विद्यालय के संस्थापक नहीं हैं, ये उनके भाई की जमीन है जो उन्होंने लीज दी हुई है जहां कोई और स्कूल चलाता है. जबकि बिजली का बिल हंसलाल जी के नाम पर आता है, यानी ये जमीन उनके नाम पर ही है.