मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम में 34 लड़कियों के रेप के मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है. दो पन्ने के पत्र में स्वाति ने नीतीश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. स्वाति ने यहां तक लिख दिया- 'सर, आपकी कोई बेटी नहीं है पर मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि अगर उन 34 लड़कियों में से एक भी आपकी बेटी होती, तो भी आप किसी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेते? आपके इस एक कर्म से आपने इस देश की करोड़ों महिलाओं और बच्चियों में अपनी इज्जत खोई है.'
स्वाति ने लिखा- मैं जानती हूं कि बिहार मेरे कार्यक्षेत्र में नहीं आता, पर देश की एक महिला होने के नाते मैं ये पत्र लिख रही हूं. मुजफ्फरपुर के बालिका गृह की कहानी शायद इस दुनिया की सबसे भयावय कहानियों में से एक हैं. स्वाति ने लिखा है- 'यहां कम से कम 34 लड़कियों के साथ बार-बार रेप किया गया और कुछ का मर्डर कर के बालिका गृह में ही दफना दिया गया.'
Muzaffarpur shelter home case: Delhi Commission for Women (DCW) chief Swati Jaihind writes letter to Bihar Chief Minister Nitish Kumar asking what steps are being taken by the Bihar government in interest of the girls of the shelter home pic.twitter.com/bjI7YGjeve
— ANI (@ANI) August 4, 2018
लड़कियां 7 से 14 साल की थीं. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा ने पत्र में लिखा है- 'एनजीओ का मालिक ब्रजेश ठाकुर नाम का हैवान एवं कई अफसर और नेता रोज रात में आकर उनके साथ रेप करते थे. '
स्वाति ने कहा है कि उन्हें दुख है कि टिस की रिपोर्ट आने के 3 महीने तक नीतीश सरकार ने इस रिपोर्ट पर कोई एक्शन नहीं लिया. सरकार के एक भी मंत्री पर अब तक कोई एक्शन नहीं हुआ.
स्वाति ने कहा है कि इसी का नतीजा है कि जब ब्रजेश ठाकुर मीडिया के दबाव में कई दिन बाद अरेस्ट हुआ तो उसके चेहरे पर बहुत बड़ी मुस्कुराहट थी. वह एक बड़ा बिल्डर है और उसके चेहरे की हंसी उसके पॉलिटिकल रसूख दर्शाती है. शायद उसे पता है कि यह खोखला सिस्टम उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा.