बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटबारा हो गया है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली में इसकी घोषणा करते हुए बताया कि बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी को 6 सीटें दी गई हैं. इसके अलावा लोजपा के अध्यक्ष रामविलास पासवान को एनडीए उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा भेजा जाएगा. सीटों पर ऐलान के बाद बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव मंदिर नहीं, विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा.
इससे पहले नीतीश कुमार और रामविलास पासवान से मीटिंग के बाद अमित शाह ने सीटों का ऐलान किया. उन्होंने कहा, 'बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जदयू 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और लोक जनशक्ति पार्टी 6 सीटों पर बिहार में चुनाव लड़ेगी. रामविलास पासवान भी एनडीए के प्रत्याशी के नाते अभी जो भी राज्यसभा का चुनाव आएगा, उसमें एनडीए की ओर से आएंगे. पूरे राज्य की जमीनी हकीकत देखकर और हर सीट की राजनीतिक स्थिति देखकर और एनडीए की स्ट्रेंथ को देखकर सर्वानुमत से तीनों पार्टियों ने ये फैसला किया है.'
2014 से ज्यादा सीटें जीतेंगे
अमित शाह ने आगे कहा, "तीनों पार्टियों के नेता जब इस बात पर चर्चा के लिए बैठते थे तब बिहार की जमीनी और राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखकर जो स्थिति आई है, तीनों पार्टियों ने सोचा है कि 2019 में 2014 से भी ज्यादा सीटें बिहार में एनडीए का गठबंधन जीतेगा और फिर से नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी. इस विषय पर तीनों पार्टियों के नेताओं ने अपनी श्रद्धा व्यक्त की है. आने वाले दिनों में कौन सी सीट कौन सी पार्टी लड़ेगी. इस पर भी हम बैठकर चर्चा करेंगे और इस विषय को हम थोड़े समय में फाइनल करेंगे."
अगली रणनीति के बारे में बताते हुए शाह ने कहा, "एक साझा कैंपेन किस तरह बिहार में चले, जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पासवान और चिराग, हमारे उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, इन सब ने बैठकर एक कच्चा खाका बनाया है, उसको भी आने वाले दिनों में हम फाइनल एजेंडा लेकर बिहार की जनता के बीच में जाएंगे."
क्या बोले नीतीश कुमार
सीटों के बंटवारे पर बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा," जब अमित शाह जी ने बिहार में सीटों के बंटवारे की घोषणा कर दी, उसके बाद कुछ बोलने की आवश्यकता नहीं है. हम सब मिलकर आगे काम करेंगे. किस सीट पर कौन लड़ेंगे, इसके बारे में अमित शाह जी ने बता दिया है. उसके बारे में हम लोग बैठकर आपस में बात करेंगे. तीनों पार्टियों के नेता बैठकर बात करेंगे. जैसा भी होगा उसमें बहुत ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. ये सब हम तय कर लेंगे."
नीतीश ने खुशी जताते हुए कहा, "हमें खुशी है कि आज बिहार में 17 बीजेपी, 17 जेडीयू और 6 लोजपा के बारे में तय हो गया है. इसके साथ ही रामविलास पासवान के लिए भी ये तय हो गया है कि वह एनडीए की तरफ से राज्यसभा में जाएंगे. देश के किसी भी जगह से पहले राज्यसभा चुनाव होगा, वहां से वे चुनकर आएंगे. मैं बीजेपी को इस बात के लिए धन्यवाद देता हूं कि उसने रामविलास पासवान जी की प्रतिष्ठा का पूरा ध्यान रखा है. हम मिलकर पूरी मजबूती के साथ लड़ेंगे.जहां तक बिहार का सवाल है, हम लोग यहां बहुत अच्छी सफलता हासिल करेंगे. "
जीत के बारे में आशा जताते हुए कहा, "वैसे तो मेरी बहुत ज्यादा बोलने की आदत नहीं है लेकिन एक बात हम बता दें कि 2009 में बीजेपी और जेडीयू का बिहार में गठबंधन था और और एनडीए था तो पूरे देश का जो भी परिणाम आया हो लेकिन बिहार में 40 में से 32 सीटें हम लोगों ने हासिल की थीं. अमित शाह जी कह रहे हैं कि हम 2014 से ज्यादा जाएंगे लेकिन मैं कहता हूं कि हम 2009 से भी ज्यादा सीटों पर जीतेंगे और हम सब मिलकर इसके लिए सशक्त अभियान चलाएंगे."
पासवान ने कहा, '40 में से 40 सीटें जीतेगा गठबंधन'
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने सीटों के बंटवारे पर बोलते हुए कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, नीतीश कुमार और अरुण जेटली को धन्यवाद देते हैं. सब लोगों की राय थी कि जो भी समझौता हो, आपस में बैठकर सम्मानजनक तरीके से हो जाए. एनडीए में आने का फैसला मूल रूप से चिराग का था. पार्लियामेंट्री बोर्ड के चेयरमैन की हैसियत से उसने फैसला लिया था. पांच साल से हमने इस पौधे को सींचा है. अगले चुनाव में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी और जहां तक बिहार का सवाल है तो यहां टारगेट रहना चाहिए 40 में से 40 सीटों का.