नरेंद्र मोदी को लेकर बीजेपी की नीति से नीतीश की नाराजगी को देखते हुए कांग्रेस ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि बिहार को मदद देने के किसी भी अनुरोध पर सरकार सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी. नीतीश की तारीफ में कहा गया है कि उनके शासन में बिहार वृद्धि दर के मामले में नरेंद्र मोदी के गुजरात से आगे है.
कांग्रेस को हालांकि बिहार के लिए विशेष दर्जा दिये जाने की संभावना नहीं दिखती और उसने कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. पार्टी प्रवक्ता राशिद अल्वी ने नीतीश कुमार को याद दिलाया कि संप्रग सरकार ने बिहार को राजग शासन के मुकाबले दो गुणा ज्यादा आवंटन किया है और राज्य का पूरा ख्याल रखा है. इसे कुछ कांग्रेस शासित राज्य के मुकाबले कहीं ज्यादा आवंटन किया गया है.
अल्वी ने संवाददाताओं से कहा कि किसी राज्य के साथ कोई भेदभाव नहीं है. अगर बिहार किसी तरह की कोई मदद चाहता है तो इस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जायेगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को न्यायोचित नहीं मानती, अल्वी ने कहा कि कम से कम आर्थिक आकड़े तो इसका संकेत देते हैं. उन्होंने कहा कि आप किसी राज्य को पिछड़ा कैसे कह सकते हैं जब उसका आर्थिक विकास दर इतना जयादा हो. कांग्रेस प्रवक्ता ने इस बात को भी गलत बताया कि इस मुद्दे पर सरकार और पार्टी के विचारों में भिन्नता है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर दल को रैली करने और मांगे रखने का अधिकार है. इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.