देश के कमोबेश हर कोने में आपको बिहारी रिक्शा चालक मिल जाएंगे, लेकिन विदेशों में अगर ऐसा होने लगे तो? बात बहुत दिलचस्प है और जवाब उससे भी ज्यादा. अब बिहार के रिक्शा चालक आपको दुबई में रिक्शा चलाते हुए दिख जाएंगे. यहां के ग्लोबल विलेज में रिक्शा बहुत बड़ा आकर्षण है. बिहार से आए हुए गरीब लोग यहां रिक्शा चलाकर अच्छे पैसे कमा रहे हैं.
विदेशी अखबार 'गल्फ न्यूज' की खबर के मुताबिक, पिछले साल भी बिहार से रिक्शा चलाने वाले यहां आए थे. उनमें से एक कमल कुमार ने बताया कि पिछले साल उसने 5,882 दिरहम यानी लगभग एक लाख रुपये कमा लिए. उसे उम्मीद है कि इस साल भी वह इतनी बड़ी राशि कमा लेगा. उसने कहा कि भारत में इतने पैसे तो वह एक साल में भी नहीं कमा सकता. कमल 2006 से लगातार दुबई आता रहा है और पैसे कमाता रहा है.
इस साल ग्लोबल विलेज में 40 रिक्शा चालक हैं और इनमें से ज्यादातर दिल्ली के प्रजापति कॉलोनी में रहते हैं. वे बिहार से रोजी-रोटी की तलाश में दिल्ली आए थे. कमल कुमार की तरह अशोक कुमार, महेश कुमार वगैरह सभी रिक्शा चला रहे हैं.
दुबई के ग्लोबल विलेज में एक बार रिक्शा से यात्रा करने पर 5 दिरहम देने पड़ते हैं. दरअसल, यहां हर जगह कार ले जाने की इजाजत नहीं है इसलिए लोग रिक्शों का सहारा लेते हैं. इन पर सभी देशों के लोग यात्रा का मजा लेते हैं. इन रिक्शा वालों को ग्लोबल विलेज ने स्पांसर किया है और उनके आने-जाने का खर्च भारतीय पवेलियन के सुनील भाटिया ने उठाया है. इन रिक्शा वालों को खाना-पीना मुफ्त दिया जाता है. इतना ही नहीं उन्हें मुफ्त में रहने को भी दिया जाता है.