झारखंड में राजग को बुधवार को उस समय झटका लगा जब राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर भाजपा के साथ चल रही बतचीत के टूटने के कारण उसके सहयोगी जनता दल यूनाइटेड ने 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की.
सीटों पर नहीं बन सकी सहमति
जदयू महासचिव जावेद रजा ने 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 22 सीटों में से अपने 19 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की और कहा कि तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम देर रात तक तय कर लिये जायेंगे. जदयू के अध्यक्ष शरद यादव ने कहा ‘‘सीटों पर सहमति नहीं बन पायी है. बातचीत विफल हो गयी है. फिलहाल यही स्थिति है.’’ उन्होंने कहा ‘‘दोनों दलों के नेताओं के बीच तीन दिन से बातचीत चल रही थी. हम चाहते थे कम से कम 18 सीट मिले, क्योंकि पिछली बार हम इतनी ही सीटों पर लड़े थे.’’ पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने कहा कि हमने 22 सीटों का ऐलान कर दिया है. हम तो भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते हैं. आगे जो पार्टी नेतृत्व फैसला करेगा उसके हिसाब से काम किया जायेगा.
बढ़ी है जेडीयू की ताकत
महतो ने कहा ‘‘पिछली बार हम 18 सीटों पर लड़े थे और छह सीटों पर हमारी जीत हुई थी. इसके अलावा करीब इतनी सीटों पर हम दूसरे नम्बर पर रहे थे. इसके अलवा हाल के दिनों में राजा पीटर, और शैलेन्द्र महतो जैसे अनेक प्रमुख नेता जदयू में शामिल हुए है और हमारी ताकत बढ़ी है. इसी लिए हमने कुछ ज्यादा सीटें मांगी थी.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं का रवैया संतोष जनक नहीं था क्योंकि वे हर बार मुकर जाते थे. मजबूर होकर हम अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं क्योंकि पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन भरने के लिए अब दो तीन दिन से ज्यादा का समय नहीं रह गया है. यह पूछे जाने पर कि अगर भाजपा 18 सीटों पर मान जाती है तो आप अपने चार उम्मीदवारों को मैदान से हटा लेंगे, महतो ने कहा ‘‘इस बारे में केन्द्रीय नेतृत्व फैसला करेगा.’’
भाजपा भी कर चुकी है 59 उम्मीदवारों की घोषणा
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और जदयू के वरिष्ठ नेताओं के बीच पिछले तीन दिनों में अनेक दौर की बातचीत हुई थी. भाजपा ने मंगलवार को झारखंड के लिए 59 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी. झारखंड में राजग के इन दोनों घटक दलों ने पिछला विधानसभा चुनाव मिल कर लड़ा था. 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के पिछले चुनाव में जदयू ने 18 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे ओर इनमें से छह सीटों पर उसे सफलता मिली थी. झारखंड में 25 नवम्बर से पांच चरणों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. जदयू ने बुधवार को जिन 22 सीटों के नामों की सूची जारी की उनमें से चंदनकियारी (:सु), लातेहार (:सु:), टुंडी और छतरपुर सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम उसमें शामिल नहीं हैं. पार्टी ने कहा कि इन तीन सीटों के उम्मीदवारों के नाम देर रात तक तय हो जायेंगे. पार्टी ने बाघमारा से अपने प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो को उम्मीदवार बनाया है जबकि बोकारो से शैलेन्द्र महतो, पनकी से मधु सिंह, तमार से गोपालकृष्ण पीटर उर्फ राजा पीटर और शिकारपाड़ा से राजा मरांडी पार्टी उम्मीदवार होंगे. इसके अलावा पार्टी ने सारथ से जय कुमार सिंह, देवघर से कामेश्वर नाथ दास, मांडु से खरू महतो, डुमरी से दामोदर महतो, हुसैनाबाद से दशरथ कुमार सिंह, मंदार से विश्वनाथ भगत, विश्रामपुर से सी एस दूबे, भवनाथपुर से राम चन्द्र केसरी, कोडरमा से गोपाल यादव, हजारीबाग से बटेश्वर महतो, हटिया से अभय सिंह, बरही से प्रदीप कुमार सिंह और गंडा से संजीव संजय को उम्मीदवार बनाया है.
जेडीयू के फैसले पर भाजपा को आश्चर्य
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही वार्ता को सहयोगी दल जदयू द्वारा तोड़ दिए जाने और एकतरफा तौर पर 22 सीटों की घोषणा कर दिए जाने पर भाजपा ने आश्चर्य और खेद प्रकट किया है. भाजपा के चुनाव प्रभारी मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘‘मैं यह खबर सुन कर आहत और हैरान हूं. हमने जदयू की मांग का सम्मान करते हुए चर्चा के दौरान उनकी प्राथमिकता वाली सीटें उन्हें देने की पेशकश की थी. जदयू ने सीटों के बंटवारे को लेकर वार्ता टूटने की एकतरफा घोषणा की है.’’