भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विश्वासघात दिवस मनाए जाने और बिहार में एक दिन के बंद के दौरान मंगलवार को बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए. बीजेपी नेताओं ने इसके बाद जेडीयू कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज करा दी. इस बंद के दौरान बीजेपी के कई आला नेताओं ने गिरफ्तारियां भी दीं.
बंद का मिलाजुला असर
बंद के दौरान पटना में बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसमें कम से कम 10 लोग घायल हो गए. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बंद को बीजेपी की खीझ बताया है. राज्य के तमाम इलाकों में बीजेपी कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर गए. जहानाबाद जिले में बंद समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 83 और 110 को जाम कर दिया, जबकि भागलपुर के कहलगांव में सभी चौक-चौराहों को जाम कर दिया गया. सीवान-छपरा और सीवान-गोपालगंज मार्ग को अवरुद्ध कर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारोबाजी की. बंद के चलते यातायात भी प्रभावित हुआ.
बंद से यातायात प्रभावित
रेल को बंद से मुक्त रखने के बावजूद नालंदा के बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन पर बंद समर्थक हंगामा करते नजर आए और उन्होंने वहां रेलमार्ग जाम कर दिया, जबकि पटना में सुबह से ही बंद का असर देखा गया. मुजफ्फरपुर, भागलपुर, सासाराम, मुगेर, सीवान, बेतिया, नवादा में भी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर बंद कराने की कोशिश की.
कार्यकर्ताओं में भिड़ंत
इधर, एकदिवसीय बंद के दौरान पटना के वीरचंद पटेल पथ पर बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए. जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि पार्टी के कार्यकर्ता जुलूस निकाल कर डाकबंगला चौराहे की तरफ जा रहे थे कि बीजेपी कार्यालय के सामने उन पर हमला किया गया और जमकर लाठियां चलाई गईं.
नीतीश पर बरसी बीजेपी
दूसरी तरफ, बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे कि जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर लाठियां बरसाईं. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर किया गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सोमवार को ही अपने कार्यकर्ताओं को सचेत किया था. सिंह ने सवाल किया कि अगर उन्हें जुलूस निकालना ही था तो दूसरे दिन भी निकाल सकते थे. उन्होंने इसे हताशा का परिणाम बताया.
बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है. डेमोक्रेसी में सबको विरोध दर्ज कराने का हक है.' वहीं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा, 'लोग इससे गुस्से में हैं. बीजेपी के दफ्तर पर हमला शर्मनाक है.'
नीतीश के पास कोई सिद्धांत नहीं: शाहनवाज
बीजेपी के नेता और भागलपुर से सांसद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जब अयोध्या का आंदोलन चल रहा था, तब जेडीयू ने बीजेपी से गठबंधन किया था और आज नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से धर्मनिरपेक्ष नेता का प्रमाणपत्र लेकर गदगद हैं. नीतीश के पास कोई सिद्धांत नहीं है. उन्होंने कहा कि यहां धर्मनिरपेक्ष और सांप्रदायिकता का कोई प्रश्न नहीं है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी का प्रत्येक कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक होता है. परंतु उनके लिए आडवाणी धर्मनिरपेक्ष हैं और दूसरे नेता सांप्रदायिक हो जाते हैं, ऐसा नहीं चलेगा.
बंद बीजेपी की खीज: नीतीश कुमार
उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के बिहार बंद और विश्वासघात दिवस से संबंधित सवाल पर कहा कि रविवार को वे लोग सत्ता से हटे हैं. ऐसे में यह बंद उनकी खीज है, धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो जाएगा.