देश का अगला पीएम युवा तय करेगा, इस बात का एहसास हर राजनीतिक पार्टी को है तभी तो वे अपनी रणनीति का ताना-बाना यूथ ब्रिगेड की उम्मीदों और मुद्दों के आसपास बुन रहे हैं.
दरअसल, हाल के चुनावों में यह बात देखने को मिली कि युवा चुनावी प्रक्रिया के प्रति पहले की तुलना में ज्यादा उत्साहित हैं. वे बढ़-चढ़कर वोटिंग कर रहे हैं. उन्हें लगने लगा है कि अगर भविष्य सुधारना है तो पहल खुद ही करनी पड़ेगी.
इन युवाओं पर हर पार्टी की नजर है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी के चौंकाने वाले प्रदर्शन में युवाओं ने ही अहम भूमिका निभाई. वे करीबन साल भर से अपनी पार्टी के लिए कैंपने करते रहे, वोटरों से मिलते और पार्टी का एजेंडा समझाते. विश्वास दिलाते कि जनता की समस्याओं का हल उनके पास है.
आम आदमी पार्टी की इस रणनीति को मात देने के लिए बीजेपी की युवा मोर्चा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) ने युवाओं को रिझाने के लिए कैंपस एंबेसडर कार्यक्रम लॉन्च किया है. इस बाबत पार्टी ने वेबसाइट लॉन्च कर दी है. इस प्लान के जरिए भारतीय जनता युवा मोर्चा देश के करीब 80 लाख तकनीकी छात्रों के पास पहुंचेगा. अनुराग ठाकुर के नेतृत्व वाले इस संगठन की नजर देश के 523 विश्विद्यालयों पर है.
यह है प्लान
सबसे पहले देश के कई कॉलेजों में BJYM कैंपस एंबेसडर की नियुक्ति होगी. इसके लिए सबसे पहले ऑनलाइन प्रक्रिया चलाई जाएगी, बाद में ऑफलाइन तरीकों का भी इस्तेमाल होगा. इस प्रोग्राम के जरिए ही प्राइवेट प्रोफेशनल कॉलेज में पढ़ने वाले युवाओं को संगठन से जोड़ा जाएगा. इसके बाद इन कॉलेजों में कैंपस एंबेसडर की नियुक्ति होगी.
कैंपस एंबेसडर की भूमिका
ये कॉलेज एंबेसडर ही कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को बीजेपी से जोड़ने में मदद करेंगे. इसके लिए वे इन युवाओं को पार्टी की विचारधारा, संगठन और नीतियों से रू-ब-रू करवाएंगे. कॉलेज एंबेसडर की जिम्मेदारी यह भी होगी कि वे इन छात्रों का वोटर रजिस्ट्रेशन करवाएं, जागरुकता कार्यक्रम चलाएं और छात्रों के फीडबैक को पार्टी के मंच तक पहुंचाएं ताकि यूथ पॉलिसी बनाने में सहूलियत हो.
BJYM के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने बताया कि उत्साहित, समझदार और सामजिक-राजनीतिक मुद्दों की समझ रखने वाले युवा नेताओं के ग्रुप का चयन होगा. कैंपस एंबेसडर की भूमिका बहुत अहम होगी क्योंकि उनके फीडबैक और इन्पुट का इस्तेमाल करके ही बीजेपी अपनी नेशनल यूथ पॉलिसी बनाएगी.
मोदी कैफे के जरिए ही बनेगा मोदी फॉर पीएम एजेंडा
2014 लोकसभा चुनावों से पहले कॉलेज कैंपस में भी राजनीतिक पारा चढ़ने की उम्मीद है. ऐसे में कॉलेज एंबेसडर देश के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए मंच बनाएंगे जिसे मोदी कैफे का नाम दिया जाएगा. इस मंच के जरिए कैंपस एंबेसडर युवाओं को बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बारे में बताएंगे. इसके अलावा बीजेपी के बारे में भी चर्चा होगी. यह प्रक्रिया 2014 के लोकसभा चुनावों तक जारी रहेगी.
दरअसल, देश के नामी सरकारी यूनिवर्सिटी की बात करें जहां पर यूनियन के चुनाव होते हैं वहां तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के रूप बीजेपी की मौजूदगी पहले से है. पर देश में प्राइवेट और प्रोफेशनल कॉलेज की तादाद बढ़ती जा रही है. इनमें पढ़ने वाले लाखों छात्रों का चुनावी राजनीति से सीधा सरोकार नहीं है, और बीजेपी की नजर इन युवाओं पर है.