पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुई हिंसा मामले में भारत में भी काफी आक्रोश देखा जा रहा है. इस मामले में भारत में कई जगह विरोध किया जा रहा है. वहीं अब भारतीय जनता पार्टी ने इस घटना को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठा दिए हैं. बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने इस घटना को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है.
मीनाक्षी लेखी ने कहा है, 'इस मामले पर मैंने अभी तक कांग्रेस की तरफ से कुछ भी नहीं सुना है. मैं नहीं जानती की नवजोत सिंह सिद्धू कहां भाग गए हैं? अगर इन सबके बाद भी वह ISI प्रमुख को गले लगाना चाहते हैं तो कांग्रेस को इस पर गौर करना चाहिए.'
Meenakshi Lekhi, BJP: Till now I haven't heard anything from Congress on the issue (attack at Nankana Sahib Gurudwara,Pakistan y'day). I don't know where Sidhu (Navjot Singh Sidhu) paaji has fled? If even after all this he wants to hug ISI chief,then Congress should look into it. pic.twitter.com/5JYTC3YAq7
— ANI (@ANI) January 4, 2020
मीनाक्षी लेखी ने कहा, 'ननकाना साहिब का बड़ा महत्व है क्योंकि यह बाबा नानक का मंदिर है और दुनिया भर के सिखों के लिए महत्वपूर्ण है. बाबा नानक का जन्म यहीं हुआ था. यह सिख धर्म का पवित्र स्थल है.'
पाकिस्तान में सिद्धू
लेखी ने पाकिस्तान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने इस बात की भी धमकी दी है कि ननकाना साहिब का नाम बदलकर गुलाम-ए-मुस्तफा कर दिया जाएगा, वो भी 21वीं सदी में. ये तो पाकिस्तान के हालात हैं.
लेखी ने कहा, पाकिस्तान में धार्मिक स्थानों और अल्पसंख्यकों पर लगातार हिंसा की घटनाएं होती आई हैं. वहां दशकों से अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का हनन किया गया है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का धर्म परिवर्तन भी कराया जाता रहा है.
उनहोंने कहा कि ऐसे हजारों सबूत हैं जब वहां युवा लड़कियों को उठाया गया, उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और मुस्लिम लड़कों से शादी कराई गई. वहां पुलिस, सरकार और अन्य एजेंसियां इस प्रक्रिया का हिस्सा हैं.
क्या बोले राहुल गांधी?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पाकिस्तान में ननकाना साहिब पर भीड़ के कथित पथराव एवं नारेबाजी की घटना की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि परस्पर सम्मान और प्रेम की बदौलत ही धर्मान्धता के जहर को खत्म किया जा सकता है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'ननकाना साहिब पर हमला निंदनीय है और इसकी खुल कर भर्त्सना करनी चाहिए. धर्मान्धता खतरनाक है और यह बहुत पुराना जहर है जिसकी कोई सीमा नहीं होती. प्रेम, परस्पर सम्मान और समझ ही इस जहर को खत्म करती है.'