केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विपक्षी कांग्रेस पर संसद के मॉनसून सत्र के दौरान हर दिन नया हंगामा खड़ा करने की पहले से रणनीति बनाने का आरोप लगाया है. बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस ने 40 पन्नों का एक डोजियर बनाया है, जिसमें सदन को बाधित करने की रणनीति बताई गई है. हालांकि कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उसने ऐसा कोई डोजियर नहीं छपवाया है.
दरअसल बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस ने 40 पन्नों का एक दस्तावेज बनाया है, जिसमें उसने सदन में हंगामा मचाकर देश का ध्यान विकास से भटकाने पर जोर दिया गया है.
वहीं उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो कांग्रेस (AICC) के रिसर्च विभाग ने मोदी सरकार को घेरने के लिए एक विस्तृत डोजियर तैयार किया है. इस डोजियर में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा से लेकर गुजरात में मच्छरों की वजह से सामने आए जीका वायरस तक का मुद्दा शामिल किया गया है.
यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि इस डॉजियर में जीएसटी और चीन के साथ हालिया सीमा विवाद पर खास जिक्र नहीं. ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की चीनी राजदूत से मुलाकात के बाद पार्टी को ऐसी आशंका रही होगी कि यह मुद्दा उस पर उल्टा पड़ सकता है.
बीजेपी इस डोजियर का हवाला देते हुए आरोप लगा रही है कि कांग्रेस ने पहले ही तय कर रखा है कि वह रोजाना तथाकथित गोरक्षकों के हमलों और लिंचिंग (पीट-पीट कर की गई हत्याओं) जैसे मामले उठाकर सदन को बाधित करेगी.
वहीं कांग्रेस ने बीजेपी के इन आरोपों को झूठ का पुलिंदा करार दिया है. उसका कहना है कि ये दस्तावेज उसने नहीं छपवाए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'हम हर दिन के हिसाब अपनी रणनीति पर फैसला करते हैं, बीजेपी का जो मन चाहे, वह दस्तावेज सर्कुलेट कर सकती है.'
उधर वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं कानून मंत्री कपिल सिब्बल परोक्ष रूप डोजियर की बात तो स्वीकार करते है, लेकिन साथ ही बीजेपी से सवाल करते हैं कि, 'क्या बीजेपी यह कहना चाहती है कि हम सदन में कोई मुद्दा ही नहीं उठाए या फिर आंतरिक उपयोग के लिए कोई डोजियर ही नहीं बना सकते.'