दिल्ली चुनाव में करारी शिकस्त के बाद भारतीय जनता पार्टी में विश्लेषण का दौर शुरू हो गया है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बुधवार को माना कि केजरीवाल केंद्रित प्रचार ने बीजेपी का बेड़ा गर्क कर डाला. वहीं दूसरी तरफ जगदीश मुखी ने चुनाव की घोषणा में देरी और किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर सवाल उठाए हैं.
उपाध्याय ने बुधवार को इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'ये मेरा निजी विचार है कि हमारा केजरीवाल केंद्रित प्रचार नकारात्मक चला गया. इसी वजह से केजरीवाल को सहानुभूति मिली. इस पर पार्टी आत्मनिरीक्षण करेगी. इसी नकारात्मक प्रचार से हम 2013 की 31 सीटों से आज 3 पर आ गए.'
जब उनसे पूछा गया कि क्या केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति द्वारा की गई 'ह**जादे' वाली टिप्पणी ने भी प्रचार को नुकसान पहुंचाया, तो उन्होंने स्वीकार किया कि ऐसी टिप्पणियां नहीं की जानी चाहिए थी. उपाध्याय ने बताया कि आम आदमी पार्टी ने भले 70 में से 67 सीट खींच ली हो, लेकिन दिल्ली पर शासन करना आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि AAP ने कई वादे किए हैं. वादे करना बहुत आसान है. हमें 6 महीनों में पता चल जाएगा कि AAP क्या कर सकती है.'
मुखी, जिन्हें सीएम बनाने की बात टाल दी गई थी, ने इशारा किया कि पार्टी लोक सभा इलेक्शन और हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के असेम्बली पोल के बाद अपनी गति बरकरार नहीं रख पाई.