BJP ने शाहरुख खान के खिलाफ पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और सांसद आदित्यनाथ की विवादास्पद टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है. पार्टी ने कहा कि ये गैरजरूरी टिप्पणियां पार्टी के साथ-साथ पीएम नरेंद्र मोदी की मूल धारणा से कहीं भी मेल नहीं खाती हैं.
शाहरुख खान की सराहना करते हुए बीजेपी ने कहा कि देश के कानूनों का पालन करने वाले नागरिक की पाकिस्तान के आतंकी हाफिज सईद से तुलना करने की कोई तुक नहीं है. उसने कहा कि शाहरुख को देशवासी बहुत प्यार करते हैं और वे सम्मानित नागरिक हैं.
'शानदार अभिनेता हैं शाहरुख खान'
केन्द्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि विजयवर्गीय ने जो कहा है, वे पार्टी के विचार नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘हमें शाहरुख खान से कोई समस्या नहीं है. वह शानदार अभिनेता हैं. निस्संदेह लोग उनकी सराहना करते हैं.’
शाहरुख की हाफिज सईद से तुलना किए जाने के आदित्यनाथ के बयान को अस्वीकार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, ‘उनकी टिप्पणी गलत और अनावश्यक है. वह बीजेपी या पीएम नरेंद्र की मूल धारणा से कहीं भी मेल नहीं खाती है.’
उन्होंने कहा, ‘कानून का पालन करने वाले किसी भारतीय नागरिक की तुलना हाफिज सईद जैसे आतंकी से किसी तरह भी नहीं की जा सकती है, शाहरुख से तो हरगिज नहीं, जो देश के बहुत दुलारे और सम्मानित नागरिक तथा कलाकार हैं.’
योगी आदित्यनाथ ने कहा था...
शाहरुख के यह कहे जाने पर कि देश में ‘घोर असहिष्णुता’ है, आदित्यनाथ और विजयवर्गीय ने उनके खिलाफ उक्त आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं. बीजेपी सांसद आदित्यनाथ ने असहिष्णुता संबंधी शाहरुख की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए उनकी तुलना हाफिज सईद से की थी और कहा था कि उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए. अपने विवादास्पद बयान में उन्होंने यह भी कहा कि शाहरुख को याद रखना चाहिए कि अगर देश की बड़ी आबादी उनकी फिल्मों का बहिष्कार करेगी, तो उन्हें ‘सामान्य मुस्लिमों’ की तरह सड़क पर घूमना पड़ेगा.
विजयवर्गीय को वापस लेने पड़े ट्वीट
विजयवर्गीय ने मंगलवार को कई ट्वीट करते हुए शाहरुख को राष्ट्रविरोधी के तौर पर पेश करने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा था कि शाहरुख का तन भारत में और मन पाकिस्तान में बसता है. अपने बयान के लिए निशाने पर आने के बाद बीजेपी महासचिव विजयवर्गीय ने अपने विवादास्पद ट्वीट को वापस ले लिया.
बयानों से गरमाता जा रहा है मामला
आदित्यनाथ और विजयवर्गीय की टिप्पणियों की काफी आलोचना हो रही हैं. बीजेपी के प्रशंसक अनुपम खेर ने भी शाहरुख के पक्ष में उतरते हुए कहा, ‘बीजेपी के कुछ सदस्यों को वाकई अपनी जुबान काबू में करने और शाहरुख के बारे में अनाप-शनाप बयानबाजी बंद करने की जरूरत है. वह राष्ट्रीय हस्ती हैं और हमें उनपर गर्व है.’
अमित शाह की हिदायत का क्या हुआ?
दादरी सहित कुछ घटनाओं पर बीजेपी के कई नेताओं की ओर से आए विवादास्पद बयानों के कारण पार्टी को बचाव की मुद्रा में आना पड़ा. कुछ दिन पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ऐसे नेताओं को तलब करके विवादास्पद बयान नहीं देने की सख्त ताकीद की थी.