किश्तवाड़ दंगों पर पी चिदंबरम के बयान को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लीपापोती करार दिया है. बीजेपी ने मांग की है कि इस मामले की समयबद्ध एवं विश्सनीय जांच होनी चाहिए.
जम्मू-कश्मीर सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि यह पाकिस्तान की शरारत है, जिसमें अलगाववादी शामिल हैं. यह राज्य को अस्थिर करने का प्रयास है.
बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा, 'जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में जिस तरह की घटनाएं हुई वह दंगा नहीं, बल्कि एकतरफा हमला है, जिसमें लोगों की मौत हुई’, लोग घायल हुए और अफजल गुरू की तस्वीर के साथ नारे लगाए गए.'
उन्होंने कहा, 'इस मामले में चिदंबरम का बयान लीपापोती करने की हद है. इस मामले में 3 दिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई और जब इस बारे में पूछा गया, तब चिदंबरम ने बताया कि आज सुबह गिरफ्तारी हुई है.'
अरुण जेटली को किश्तवाड़ जाने से रोकने को गलत ठहराते हुए जावड़ेकर ने कहा कि धारा 144 का अर्थ है कि चार-पांच व्यक्ति एक जगह एकत्र नहीं हो सकते हैं, लेकिन एक व्यक्ति को कैसे रोका जा सकता है. इस धारा के आधार पर जेटली को जाने से कैसे रोका जा सकता है. यह कानून का उल्लंघन है.