राज्य विधानसभा चुनावों के नतीजों को देखते हुए बीजेपी मई, 2014 के आम चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है. हालांकि यह बीजेपी की सीटों की संख्या में इजाफे का पर्याप्त आधार नहीं हो सकता. वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने एक रिपोर्ट में यह बात कही है.
रिपोर्ट के अनुसार, विधानसभा चुनावों के नतीजे पार्टी के मनोबल को बढ़ाएंगे और सहयोगी आकर्षित होंगे. हालांकि इन विधानसभा चुनावों में प्रदर्शन तथा राष्ट्रीय स्तर पर आम चुनावों में प्रदर्शन के बीच संपर्क ‘कमजोर’ है.
बोफा-एमएल ने शोध रिपोर्ट में कहा, 'हमें लगता है कि राज्य विधानसभा चुनावों से मौजूदा चुनाव पूर्व सर्वेक्षण और मजबूत होगा कि बीजेपी अगुवा पार्टी है, लेकिन बीजेपी की सीटों की संख्या में इजाफे का यह पर्याप्त आधार नहीं हो सकता.'
रिपोर्ट के अनुसार, 'ये परिणाम मई 2014 के चुनावों में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में रखेंगे. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस को नतीजों से निराश होना पड़ेगा.'
बोफा-एमएल ने इसका कारण बताते हुए कहा, 'पहला, इन चार राज्यों में लोकसभा की कुल सीटों का केवल 13 प्रतिशत (543 सीटों में 72) है.' रिपोर्ट के अनुसार, 'दूसरा, विधानसभा चुनावों में अच्छा करने से 2014 के लोकसभा चुनावों के बारे में पर्याप्त दिशा नहीं मिलती. यह केवल यह बताता है कि ये 13 प्रतिशत सीटें कहां जा सकती हैं.'
जापानी कंपनी ने भी माना, बीजेपी की लहर है