कांग्रेस ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर रथ यात्रा निकालने की योजना की हवा निकालने का प्रयास करते हुए मुख्य विपक्षी दल से जानना चाहा कि छह साल तक वह जब केंद्र में सत्ता में थी तो उसने भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए क्या ठोस कदम उठाये थे.
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘आडवाणी एक बार फिर रथ पर सवार होने वाले हैं. अब देखना है कौन कौन किस प्रकार रथ पर सवार होते हैं. ’
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, ‘क्या कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस यदुयरप्पा इस रथ के सारथी बनेंगे या बंगारू लक्ष्मण या जुदेव इसके पोस्टर ब्याय बनेंगे या उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से हटे रमेश पोखरियाल निशंक इस रथ पर सवार होने का टिकट पायेंगे.’
उन्होंने कहा कि भाजपा यह बताये कि उसके नेतृत्व में केन्द्र में जब राजग की सरकार थी तो उसने भ्रष्टाचार के खिलाफ कौन कौन से ठोस कदम उठाये थे. क्या उसने छींकते हुए भी लोकपाल का जिक्र किया था या काले घन के खिलाफ ठोस कदम उठाये थे या पचास साठ देशों के साथ करार किये थे या विवेकाधीन शक्तियों को समाप्त करने के बारे में कोई सूची बनाई थी.
उन्होंने कहा कि अगर उसने कुछ नहीं किया था तो देश यह जानना चाहेगा कि इस रथ यात्रा से वह किस प्रकार भ्रष्टाचार को कम करेगी.
उन्होंने कहा, ‘चूंकि रथ यात्रा से भ्रष्टाचार कम नहीं हो सकता इसके पीछे कारण कुछ और है. उम्मीद है इस यात्रा से ऐसा कुछ न होगा जिससे देश की स्थिरता और शांति पर किसी प्रकार का प्रभाव पड़े.