संप्रग पर भ्रष्टाचार के आरोपों लेकर दबाव बना रही भाजपा आलाकमान ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को गुरुवार को दिल्ली तलब किया.
उन पर अपने परिवार के सदस्यों को बेशकीमती शहरी भूमि आवंटन करने में अनियमिताएं बरतने का आरोप है जिसे केन्द्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस विपक्ष के प्रहार से बचने के लिए ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रही है. भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर हुई पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक में भाजपा शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री को फौरन दिल्ली तलब करने का निर्णय किया गया. येदियुरप्पा के देर रात दिल्ली पंहुचने की उम्मीद है.
दिल्ली आने से पहले येदियुरप्पा ने बैंगलोर में अपनी कैबिनेट की बैठक बुलाई जिसमें पूरे विवाद की न्याययिक जांच कराने का निर्णय किया गया.
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के दिन से ही भाजपा संप्रग सरकार को घेरते हुए 2-जी स्पैक्ट्रम, आदर्श हाउसिंग सोसायटी और राष्ट्रमंडल खेलों के कथित घोटालों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग कर रही है. इसे लेकर संसद के दोनों सदनों में पिछले छह दिन से काम काज ठप है.
कांग्रेस ने विपक्ष के प्रहार की तेजी को कम करने की रणनीति के तहत गुरुवार को दोनों सदनों में येदियुरप्पा के दोनों बेटों के बेशकीमती शहरी भूमि आवंटन घोटाले में शामिल होने का मामला उठाया और कर्नाटक के मुख्यमंत्री को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की.
संसद में सरकार पर अपना दबाव बनाए रखने की रणनीति तय करने के लिए भाजपा आलाकमान की हुई बैठक में येदियुरप्पा के मामले पर विचार हुआ और स्पष्टीकरण के लिए उन्हें दिल्ली तलब किया गया. येदियुरप्पा के खिलाफ कर्नाटक भाजपा में समय समय पर विद्रोह उभरता रहा है. बताया जाता है कि अब फिर वहां पार्टी विधायकों का एक धड़ा मुख्यमंत्री के विरुद्ध अभियान शुरू करने जा रहा है.