केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने भारतीय जनता पार्टी समेत समूचे विपक्ष पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मामले पर संसद में ‘दबंगई’ करने का आरोप लगाया है.
जायसवाल ने शुक्रवार रात कल्कि महोत्सव के समापन कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से कहा कि बीजेपी और अन्य विपक्षी दल एफडीआई के मुद्दे पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम 184 के तहत चर्चा कराने की जिद पर अड़े हैं. यह मांग नहीं माने जाने पर वे संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने कहा, ‘मैं विरोध करने वालों से पूछता हूं कि क्या केन्द्र की बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने अपने कार्यकाल में नियम 184 के तहत कभी चर्चा करायी है. अब कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) से ऐसी मांग करके वे दबंगई कर रहे हैं.’
जायसवाल ने कहा कि यह पहले ही कहा जा चुका है कि जो राज्य अपने यहां एफडीआई लागू करना चाहें वे करें और जो न करना चाहें वे न करें. ऐसे में यह हो-हल्ला समझ से परे है. गौरतलब है कि बीजेपी तथा अन्य विपक्षी दलों द्वारा एफडीआई के विरोध में हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही पिछले दो दिन नहीं चल सकी.
विपक्षी दल इस मुद्दे पर नियम 184 के तहत चर्चा कराने पर अड़े हैं. इस नियम में सदन में मतविभाजन का प्रावधान है जिससे यह पता लगेगा कि सरकार बहुमत में है या नहीं. जायसवाल ने कहा कि चाहे 2जी स्पेक्ट्रम का मामला हो या फिर कोयला ब्लाक आबंटन का, नियंत्रक एवं लेखा महापरीक्षक (कैग) की रिपोर्ट पूरी तरह सही नहीं है. यह सरकार को बदनाम करने की साजिश है.