झारखंड में शिबू सोरेन सरकार से समर्थन वापसी का पत्र सौंपने के लिए राज्यपाल एमओएच फारुक से मिलने का समय दो बार लेकर और आखिर में मुलाकात को टालकर भाजपा इस कदम से हिचकिचाती दिख रही है.
भाजपा विधायकों को पहले पूर्वाह्न 11 बजे राज्यपाल से मिलना था, जिसे बाद में शाम सात बजे कर दिया गया और अंतत: निरस्त कर दिया गया. भाजपा के प्रदेश महासचिव गणेश मिश्रा ने कहा, ‘इस संवेदनशील मुद्दे पर हमारी बातचीत पूरी नहीं हुई है इसलिए हमारा शिष्टमंडल दूसरी बार राज्यपाल से मुलाकात नहीं कर सका.’
उन्होंने कहा कि वह शाम सात बजे मुलाकात को रद्द करने की जानकारी देने निजी तौर पर राज भवन गये. मिश्रा ने कहा कि कटौती प्रस्ताव पर शिबू सोरेन द्वारा संप्रग के पक्ष में मतदान करने के बाद उनके बेटे हेमंत सोरेन की तरफ से माफी मांगने और समर्थन वापसी के भाजपा के फैसले पर पुनर्विचार के अनुरोध के बाद पूरी तरह विचार विमर्श जरूरी है. हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें इन खबरों की जानकारी नहीं है कि झामुमो ने भाजपा को एक दूसरा पत्र भेजा है.
राज भवन के सूत्रों ने कहा कि राज भवन ने भाजपा नेताओं से कहा है कि यदि तीसरी बार राज्यपाल से मुलाकात का समय मांगा जाता है तो उसे निरस्त नहीं किया जाना चाहिए. इससे पहले दिन में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने नयी दिल्ली में कहा कि पार्टी के विधायक राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और झामुमो नीत सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला उन्हें बताएंगे.