कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम पर कानूनी शिकंजा बढ़ने से देश की राजनीति गर्मा गई है. पी. चिदंबरम अभी सीबीआई की गिरफ्त में हैं और बाहर उनके बहाने कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगा रही है. लेकिन इसी बीच कांग्रेस के दो बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करने में जुटे हैं, जिसपर अब भारतीय जनता पार्टी ने भी चुटकी ले ली है.
भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने शुक्रवार सुबह एक ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘जैसे ही सोनिया गांधी के दरबारी पर कानूनी शिकंजा हुआ तो दूसरे कांग्रेसी नेताओं पर उसका बुरा असर होने लगा. चिदंबरम के वकील भी अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में गुण गा रहे हैं.’
Law catching up with Sonia Gandhi’s courtier seems to have had a sobering effect on other Congress leaders, including Chidambaram’s lawyer, who like a canary, are suddenly singing praises of Prime Minister Modi...
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 23, 2019
दो दिग्गजों ने की थी तारीफ
दरअसल, गुरुवार को ही एक कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी. जयराम रमेश ने कहा था कि अगर विपक्ष नरेंद्र मोदी की नकारात्मक छवि को आगे बढ़ाता रहेगा, तो उससे कोई फायदा नहीं होगा. इससे सिर्फ नरेंद्र मोदी का ही फायदा होगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष को ये मानना होगा कि 2014 से 2019 के बीच मोदी सरकार ने काम किया है, जिससे लोगों को फायदा हुआ है.
एक तरफ जयराम रमेश ने ये बयान दिया तो अभिषेक मनु सिंघवी ने भी ट्विटर पर नरेंद्र मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़ दिए. सिंघवी ने लिखा कि विपक्ष नरेंद्र मोदी की जितनी नकारात्मक छवि की बात करता है, उससे उन्हें ही फायदा होता है. ऐसे में लोगों को उज्जवला स्कीम जैसी योजनाओं के फायदे की बात करनी चाहिए.
बता दें कि जयराम रमेश यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं तो वही अभिषेक मनु सिंघवी इस वक्त सीबीआई की गिरफ्त में कैद पी. चिदंबरम की दलीलें पेश कर रहे हैं.
सोनिया गांधी ने साधा था निशाना
बता दें कि कांग्रेस के दो बड़े नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की, तो गुरुवार को ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार को निशाने पर लिया था. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के कार्यक्रम में सोनिया गांधी ने कहा था कि जब राजीव गांधी को बहुमत मिला था, तब उन्होंने इसका गलत इस्तेमाल नहीं किया था. या फिर उन्होंने कभी भी डर का माहौल नहीं बनाया था.