कांग्रेस ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में भाजपा के हाथ खुद काले हैं जिसके चलते वह संसद में इस मामले में बहस से बच रही है.
कांग्रेस की स्थापना के 125 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में पार्टी के नेता और केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री सुबोधकांत सहाय ने आरोप लगाया कि भाजपा के समय में ही स्पेक्ट्रम आवंटन की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई थी और 'पहले आओ पहले पाओ' की नीति भाजपा के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन के दूरसंचार मंत्री रहते हुए बनायी गयी थी.
उन्होंने कहा कि इस मामेल में चूंकि भाजपा का दामन खुद काला है इसीलिए वह संसद में इस मुद्दे पर बहस करने को तैयार नहीं है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सचिव अब्दुल मनान ने भी आरोप लगाया कि भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी 'लीडर नहीं डीलर' हैं लिहाजा देश की राजनीति की बात उन्हें क्या समझ आयेगी.
उन्होंने कहा कि गडकरी के नेतृत्व में भाजपा देश में सौहार्द बिगाड़ने की राजनीति कर रही है क्योंकि इस पार्टी का देश में सौहाद्र्र बनाने में विश्वास ही नहीं है.
सुबोधकांत सहाय ने आरोप लगाया कि भाजपा के एक पूर्व अध्यक्ष तो कैमरे पर घूस लेते देखे गये थे ऐसे में वह भ्रष्टाचार से लड़ने की बात क्या कर सकती है. उन्होंने कहा कि देश इस समय साम्प्रदायिकता और क्षेत्रवाद से जूझ रहा है जिससे कांग्रेस ही लड़ सकती है. {mospagebreak}
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी के. केशव राव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचु ने भी इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और उनसे केन्द्र सरकार के गांवों के लिए चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों को अपने क्षेत्रों में लागू करवाने में अहम् भूमिका निभाने को कहा.
इस अवसर पर सहाय ने झारखंड की अर्जुन मुंडा सरकार से संविधान के 73वें संशोधन के अनुरूप ग्राम पंचायतों में सत्ता का पूरी तरह विकेन्द्रीकरण करने को कहा. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार पंचायतों को संविधान के अनुरूप सभी आवश्यक अधिकार नहीं दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुंडा सरकार राज्य में पंचायत चुनावों का पूरा श्रेय लेना चाहती है लेकिन वास्तव में राज्यपाल शासन में पंचायत चुनावों की पूरी तैयारी कर ली गयी थी और यह बात किसी से छिपी नहीं है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस वित्तीय वर्ष के बजट का अब तक सिर्फ एक चौथाई राशि व्यय कर सकी है जबकि वह दावा कर रही है कि उसने चालीस प्रतिशत राशि व्यय की है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर अपने दावे के अनुसार बची 60 प्रतिशत राशि भी राज्य सरकार इस वित्त वर्ष के शेष तीन माह में कैसे खर्च कर सकेगी. उन्होंने लोगों से कांग्रेस को राज्य में फिर से सत्तासीन करने की अपील की.