केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे की मौत सदमे और अंदरूनी रक्तस्राव से हुई. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओर से दिल्ली पुलिस को सौंपी गई पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. पुलिस को मंगलवार रात सौंपी गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, 'दुर्घटना में मुंडे को गर्दन और लीवर पर गहरी चोट पहुंची, जिसके कारण आंतरिक रक्तस्राव हुआ.'
पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस तरह की चोट सामान्यत: सड़क दुर्घटना वाले मामलों में देखी जाती है. गौरतलब है कि मुंडे की मारुति सुजुकी एसएक्स4 को टाटा इंडिका ने टक्कर मार दी थी. मुंडे की कार पर जोरदार टक्कर उस तरफ से लगी जिस तरफ मुंडे बैठे थे.
मंगलवार को मुंडे के पैतृक गांव परली में उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. मुंडे की बड़ी बेटी पंकजा ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. वहां मौजूद लोगों ने 'गोपीनाथ मुंडे अमर रहें...', जब तक सूरज चांद रहेगा, मुंडे तेरा नाम रहेगा...' के नारे लगाए.
अंतिम संस्कार के दौरान परली में मौके पर मौजूद भीड़ बेकाबू हो गई. भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया और सीबीआई जांच की मांग करते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री का घेराव किया. मुंडे को श्रद्धांजलि देने पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी घटना की सीबीआई जांच की मांग का समर्थन कर दिया है. उधर, गोपीनाथ नाथ मुंडे के निधन के चलते कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 5 जून को कांग्रेस सांसदों के लिए होने वाले लंच कार्यक्रम को टाल दिया है.
इससे पहले महाराष्ट्र के लातूर में कुछ समय तक रखे जाने के बाद हेलीकॉप्टर के जरिये मुंडे का शरीर यहां लाया गया. परली में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए भारी भीड़ उमड़ी. शव के यहां पहुंचने के साथ ही यहां अफरा-तफरी मच गई और भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद, पंकजा ने खुद माइक संभाला और लोगों से शांत रहने की अपील की.
मुंडे के निधन से जुड़ी खबरें LIVE देखने के लिए यहां क्लिक करें
अंतिम संस्कार में लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी समेत कई अन्य बड़े नेता मौजूद रहे. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, आरपीआई प्रमुख रामदास अठावले, बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी और गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर भी परली पहुंचे. अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन के लिए परली गांव में भारी भीड़ जुटी. बड़ी संख्या में लोग मुंबई से भी वहां पहुंचे. इससे पहले आज लोकसभा में भी दिवंगत मुंडे को श्रद्धांजलि दी गई, जिसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई.
वहीं, मुंडे के निधन से नाराज कुछ लोग परली गांव में बीजेपी नेता नितिन गडकरी के खिलाफ नारे वाली बैनर लेकर पहुंचे.
जानिए मुंडे के बारे में सब कुछ
मुंडे की बेटी पंकजा देंगी मुखाग्नि
गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे उन्हें मुखाग्नि देंगी. पंकजा परली से बीजेपी की विधायक हैं. मुंडे के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बेटियां हैं. अंतिम संस्कार पंगरी गांव की वैजनाथ चीनी फैक्टरी के मैदान में होगा. यह फैक्टरी मुंडे परिवार की है. अंतिम संस्कार के समय में बदलाव किया गया है. अब यह दिन में 2 बजे किया जाएगा. पहले इसके लिए 4 बजे का समय तय किया गया था.
Family and friends of Late Gopinath Munde in his village Parli pic.twitter.com/yhtxO8VRox
— ANI (@ANI_news) June 4, 2014
महाराष्ट्र का एक योद्धा चला गया: उद्धव
गोपीनाथ मुंडे के निधन पर शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने 'सामना' में लिखा कि महाराष्ट्र का एक योद्धा चला गया. उन्होंने कहा है कि मुंडे बहुजन समाज और किसानों के नेता थे. दुख जताते हुए उद्धव ने कहा, 'ये क्या हो गया, विश्वास नहीं हो रहा है.'
Goa CM Manohar Parrikar pays tribute to Late Gopinath Munde pic.twitter.com/49nOIMpgzL
— ANI (@ANI_news) June 4, 2014
Uddhav Thackeray pays tribute to Late Gopinath Munde pic.twitter.com/IfuyHxle5A
— ANI (@ANI_news) June 4, 2014
गोपीनाथ मुंडे को आखिरी विदाई देने की तैयारी
जहां होना था स्वागत, अब वहीं अंतिम विदाई
एक दिन पहले महाराष्ट्र के बीड में गोपीनाथ मुंडे के स्वागत की जोरदार तैयारियां थीं, लेकिन स्वागत समारोह सदमे में बदल चुका है. बीड शहर में सन्नाटा पसरा है. समर्थकों में भारी दुख है. रोते-सुबकते मुंडे समर्थकों को यकीन नहीं हो रहा है कि सबके चहेते नेता मुंडे हमेशा के लिए चले गए हैं.
गोपीनाथ मुंडे जनता का शुक्रिया अदा करने वाले थे. एक दिन पहले बीड जाने के लिए ही वे दिल्ली से निकलने वाले थे, लेकिन उनके रास्ते में मौत आ गई. एक जानलेवा हादसे ने दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक की सियासत को झकझोरकर रख दिया है.
मुंडे के निधन पर हर तरफ मातम
इससे पहले, बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं सहित हजारों की संख्या में शोकाकुल लोग मुंबई हवाई अड्डे पर मुंडे का पार्थिव शरीर लेने पहुंचे. सुरक्षा बलों ने मुंडे को सलामी दी. वाहनों के काफिले के साथ मुंडे का पार्थिव शरीर वर्ली स्थित उनके पारिवारिक आवास 'पूर्णा' लाया गया, ताकि उनके नाते-रिश्तेदार एवं निकट मित्र उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें.
वरिष्ठ नेताओं में विनोद तावड़े, किरीट सौमैया, रामदास अठावले, राज पुरोहित, मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे पाल्वे और अन्य लोग मुंडे के पार्थिव शरीर के साथ थे. मुंडे का पार्थिव शरीर सांताक्रुज से वर्ली जिस रास्ते से लाया गया, उस पर सैकड़ों की संख्या में मुंडे के समर्थक इंतजार करते रहे और 'गोपीनाथ मुंडे अमर रहें' के नारे लगाए.
सड़क हादसे ने छीन लिया बेहद लोकप्रिय नेता
गौरतलब है कि गोपीनाथ मुंडे की मंगलवार सुबह दिल्ली में सड़क हादसे में मौत हो गई. एयरपोर्ट जा रहे मुंडे की कार ने रेड लाइट सिग्नल तोड़ा और हादसे का शिकार हो गई. गंभीर रूप से जख्मी मुंडे को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां करीब साढ़े सात बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने बताया कि मुंडे को अंदरूनी चोट लगने से उनका लीवर फट गया था.
64 साल के मुंडे इस बार लोकसभा चुनाव में बीड सीट से चुने गए थे. उन्हें 26 मई को सरकार के शपथ ग्रहण में बतौर कैबिनेट मंत्री शपथ दिलाई गई थी. केंद्रीय मंत्री बनने के बाद मुंडे अपने लोकसभा क्षेत्र में सम्मान समारोह में हिस्सा लेने जा रहे थे.