बॉलीवुड फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' को लेकर विवाद जारी है. रविवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह ने फिल्म का बचाव किया है और इसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर सिखों का हितैषी न होने का आरोप लगाया. आरपी सिंह का ये बयान दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा फिल्म के बहिष्कार की अपील के बाद आया है.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने फिल्म में कथित तौर पर मनमोहन सिंह के किरदार को मजाकिया तौर पर पेश किए जाने को लेकर शनिवार को आपत्ति जताई थी. समिति के महासचिव मांजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने सिख समुदाय और भारत को अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान गौरवान्वित किया था और यह फिल्म उनकी छवि को नुकसान पहुंचा रही है.
वहीं आरपी सिंह ने ट्विटर पर लिखा, ‘वह सभी जो कहते हैं कि एक्सीडेंटल प्राइममिनिस्टर मनमोहन सिंह की एक सिख के तौर पर छवि खराब करती है तो उन्हें यह बताना चाहिए कि सिंह ने कब सिखों के लिए आवाज उठाई.'
बीजेपी राष्ट्रीय सचिव के मुताबिक, 'एक प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह तब भी चुप रहे जब कांग्रेस ने 1984 के दंगों की इंसाफ की उम्मीद खत्म कर दी. वे तब भी चुप रहे जब सज्जन और टाइटलर को लोकसभा का टिकट दिया गया.'
बता दें कि बॉलीवुड फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल पर आधारित है और एक्टर अनुपम खेर ने मनमोहन सिंह का किरदार निभाया है.
शुक्रवार को इस फिल्म के रिलीज होने के बाद मध्य प्रदेश के कई सिनेमाघरों में काफी हंगामा हुआ, हालांकि, भारी सुरक्षा के बीच फिल्म का प्रदर्शन किया गया. वहीं, कोलकाता और लुधियाना में फिल्म की स्क्रीनिंग रोकनी पड़ी.