अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले पर चौतरफा हमले झेल रही कांग्रेस के सहयोगी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने निशाना साधा है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बोफोर्स कांड में आवाज बुलंद करने वाले नीतीश कुमार इस खुलासे पर चुप क्यों हैं? इतना ही नहीं उन्होंने नीतीश कुमार पर कांग्रेस से रिश्ते कायम रखने पर भी सवाल दागा है.
शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दर्जनों घोटाले करने वाली कांग्रेस अगस्ता वेस्लैंड घोटाले पर बच नहीं सकती. उन्होंने ये भी कहा कि सब मुद्दों पर बोलने वाले नीतीश कुमार अगस्ता डील पर खामोश क्यों है. उन्होंने कहा कि इटली की अदालत ने सोनिया गांधी पर उंगली उठाई है. ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस के साथ रिश्ते कायम रखेंगे.
सीएम के पास बस शराब का मुद्दा
बिहार की मौजूदा स्थिति पर नीतीश कुमार पर हमला करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सीएम का भाषण शराब पर आकर रुक जाता है. हमने बिहार सरकार की ओर से लागू किए गए शराब बंदी कानून का तहे दिल से स्वागत किया. लेकिन बिहार सरकार जितनी ताकत शराब बंदी में लगा रही है उतनी ताकत सभी नशीले पदार्थों पर पाबंदी लगाने में लगाती तो अच्छा होता. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में गुटखा प्रतिबंधित है लेकिन वो भी मिलता है. कैंसर के मरीजों की तादाद में भी लगातार इजाफा हो रहा है.
कांग्रेस-लालू युक्त होकर संघ मुक्त की बात करते हैं CM
शाहनवाज हुसैन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि जो व्यक्ति 17 साल तक कांग्रेस मुक्त और लालू मुक्त बिहार की बात करता था, लेकिन अब कांग्रेस-लालू युक्त होकर संघ मुक्त की बात करता है. बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने आपको संघ मुक्त और बीजेपी मुक्त बिहार बनाने के लिए नहीं चुना है. आपको वोट दिया था भ्रष्टाचार मुक्त, भयमुक्त, बेरोजगारी मुक्त बिहार बनाने के लिए.
हाजी अली में महिलाओं को मिले प्रवेश
शाहनवाज हुसैन ने मुंबई में हाजी अली की दरगाह पर महिलाओं के प्रवेश का समर्थन करते हुए कहा है कि जब अजमेर शरीफ पर सबकी हाजिरी लगती है तो सब जगह सबकी हाजिरी लगनी चाहिए. बता दें कि शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं को प्रवेश दिलाने के बाद भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने अब मुंबई की हाजी अली दरगाह का रुख किया है. महिलाओं को इबादत का समान हक दिलाने के लिए तृप्ति गुरुवार को हाजी अली जाने वाली हैं. उनके इस कदम की कुछ लोग जमकर आलोचना कर रहे हैं.