उत्तर प्रदेश में चौदह वर्ष से चले आ रहे राजनीतिक वनवास को खत्म करने के लिए बीजेपी पिछले एक-दो साल से पूरा दमख़म लगा रही है. वहीं दूसरी तरफ़ पार्टी से नाराज़ बीजेपी के स्टार प्रचारकों में शामिल वरुण गांधी देश भर के युवाओं में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए जगह-जगह घूम रहे हैं. सूत्रों की मानें तो वरुण उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार में पार्टी के लिए प्रचार भी नहीं करेंगे.
सूत्रों के अनुसार वह आईडिया फ़ॉर न्यू इंडिया और नेशन बिल्डिंग जैसे मुद्दों पर देश भर में युवाओं के साथ इंटरैक्शन कर रहे हैं. वरुण गांधी हैदराबाद, जम्मू, चुरू, जयपुर और पुणे में युवाओं के साथ इंटरैक्शन कर चुके है. सूत्रों की मानें तो यूपी चुनाव के दौरान भी कई और शहरों में भी युवाओं के साथ इंटरैक्शन करेंगे. इससे पहले वरुण गांधी ने इंदौर में ऐसे ही कार्यक्रम के दौरान रोहित वेमुला की आत्महत्या, किसानों की आत्महत्या जैसे मुद्दों पर बयान दिया था.
वरुण गांधी अगले कुछ हफ़्तों में देश के कई अन्य शहरों में अपना यह कार्यक्रम इसी तरह से जारी रखेंगे. सूत्रों की मानें तो 25 फरवरी को जोधपुर, 7 मार्च को पंजाब, 9 मार्च को विजयवाड़ा, 10 मार्च को जयपुर, 15 मार्च को फ़रीदाबाद, 18 मार्च को जबलपुर, 20 मार्च को भुवनेश्वर, 23 मार्च को उत्तराखंड और 29 मार्च में दिल्ली युवाओं के साथ इंटरैक्शन करेंगे.
बीजेपी ने यूपी चुनाव में तीसरे, चौथे और पांचवे चरणों के लिए वरुण गांधी को स्टार प्रचारक बनाया है. वहीं सूत्रों के अनुसार पार्टी ने हालांकि वरुण गांधी का एक भी कार्यक्रम चुनाव प्रचार में नहीं लगाया है, जिस वजह से वह पार्टी से नाराज़ भी हैं. उनकी नाराज़गी की एक वजह और भी है. वह है सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवारों के नाम पर उनके साथ किसी भी तरह की चर्चा नहीं की गई.
बता दें कि पिछले साल इलाहाबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में वरुण को सीएम उम्मीदवार के तौर पर पेश करने के पोस्टर लगा दिए गए थे. इसे लेकर प्रदेश के नेताओं ने अपनी नाराज़गी पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह तक पहुंचा दी थी. सूत्रों की मानें तो बीजेपी आलाकमान इसी बात को लेकर तभी से वरुण गांधी से नाराज़ है.