नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी को लेकर बीजेपी की फूट जगजाहिर होती नजर आ रही है. गुरुवार को दरभंगा जिले से हायाघाट विधानसभा से बीजेपी विधायक अमरनाथ गामी ने सुशील कुमार मोदी (सुमो) को लालकृष्ण आडवाणी पर की गई ट्वीट के लिए आड़े हाथों लिया.
गामी ने काफी तल्ख भरे लहजे में सुशील मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि वो मर्यादा भी भूल गए हैं. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी मौके की तालाश में अपना बाप बदलने में भी विश्वास रखते हैं. वहीं गामी ने आडवाणीजी को बीजेपी की आत्मा बताया.
उन्होंने कहा कि 'आत्मा' (आडवाणी) के बिना बीजेपी एक जिंदा लाश की तरह. गामी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी और आडवाणी को नजरअंदाज करने पर अपनी ही पार्टी पर जमकर बरसे. गामी से साफ कहा कि पार्टी में लोकतंत्र नहीं रहा और राजा के इशारे पर सभी बीजेपी के बड़े नेता के सीने पर चढ़कर पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी का नाम बुलवाया जा रहा है.
हालांकि मोदी के खिलाफ बोलने के कारण पहले से ही अमरनाथ गामी पार्टी से निलंबित हैं, फिर भी अपनी बात डंके की चोट पर बोलते रहे हैं. गामी ने कहा, 'मोदी जो ट्विटर पर लिखे हैं कि आडवाणी जी लोगों का नब्ज नहीं पहचान सके. उस पर मुझे आपत्ति है, सुशील मोदी जी मौकापरस्त हैं. देश के अंदर आडवानी जी के कारण ही बीजेपी को जाना जाता है, उनके बारे में कहना कि मरनासन स्थिति में हैं और उनको प्रधानमंत्री बनने की इच्छा है ये बड़ा ही खेद जनक बयान है. ये मौका परस्त नेता सुशील मोदी जी जब जान गए की नेता नरेंद्र मोदी जी होनेवाले हैं, जो आदमी नितीश कुमार को पीए मेटेरियल बताता था वह आदमी इतना जल्दी बदल जाएगा. जो आदमी आडवाणी को अपना अभिवाहक मानता था, जल्दी बदल जाएगा और नरेंद्र मोदी जिंदाबाद बोलेगा ये बड़ी शर्म की बात है सुशील मोदी को संन्यास ले लेना चाहिए राजनीत से.'
आडवाणी और मोदी को लेकर बीजेपी पहले ही दो गुटों में बंटती नजर आ रही है और ऐसे बयान बीजेपी की अंदरूनी कलह को जगजाहिर कर रहे हैं.