बीजेपी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जगदीश शेट्टार की अगुवाई वाली सरकार की हार पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की खुशी पर आश्चर्य जाहिर किया है.
महाराष्ट्र राज्य बीजेपी प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा, ‘कर्नाटक का परिणाम बीजेपी के लिए बहुत निराशाजनक है. लेकिन, हमारे गठबंधन सहयोगी के नेताओं द्वारा खुशी जताया जाना आश्चर्यजनक है.’
भंडारी ने कहा, ‘मराठी भाषी आबादी का मुद्दा पूरी तरह से कांग्रेस की उपज है. जब यह सचाई है तब मराठी लोगों के हितों की बातें करने वालों की तरफ से खुशी जताना आश्चर्यजनक और निराशाजनक है.’ उनकी यह टिप्पणी उद्धव के बयान के बाद आयी है.
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना ने कर्नाटक में ‘मराठी विरोधी’ सरकार की पराजय पर खुशी जताई थी. लेकिन उसने साथ ही यह भी कहा था कि राजस्थान और मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी अच्छा प्रदर्शन करेगी.
उद्धव ठाकरे ने कहा था, ‘किसी को भी कर्नाटक में कांग्रेस के जीतने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से खुश हूं क्योंकि सीमावर्ती इलाकों के लोगों के साथ हमेशा नाइंसाफ करने वाली बीजेपी सरकार सत्ता से अपदस्थ हो गयी.’
उन्होंने साथ ही यह भी कहा था, ‘मेरा बयान किसी भी तरह से बीजेपी की आलोचना नहीं है बल्कि किसी खास सरकार की निंदा है जिसने सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों की आकांक्षा को नजरअंदाज किया.’ कर्नाटक में मराठी भाषी लोगों के वर्चस्व वाले सीमावर्ती क्षेत्रों की स्थिति को लेकर महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच तनातनी है.
उद्धव ने कर्नाटक में मराठी भाषियों के साथ गलत बर्ताव को लेकर कांग्रेस की भी आलोचना की. उन्होंने यह कहकर बीजेपी को तसल्ली देने की कोशिश की कि कर्नाटक चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन का 2014 के लोकसभा चुनाव में कोई असर नहीं होगा.