सियासत में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अपने आपको सबसे अधिक पाक-साफ होने का दावा करती है, लेकिन धरातल पर तस्वीर इससे अलग दिखती है. एक रिपोर्ट बताती है कि भगवा पार्टी के विधायकों पर सबसे अधिक अपहरण के मामले दर्ज हैं. इस रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि उत्तर प्रदेश और बिहार में उन विधायकों की संख्या सबसे अधिक है जिन पर अपहरण जैसे अपराध के केस दर्ज हैं. इन दोनों राज्यों में नौ-नौ विधायक ऐसे हैं जिनपर अपहरण के मामले दर्ज हैं. इसके बाद बारी आती है महाराष्ट्र की, जहां आठ विधायकों पर इस तरह के केस दर्ज हैं. नामांकन के दौरान निर्वाचन आयोग में दायर हलफनामे में जनप्रतिनिधियों ने यह जानकारी दी है.
गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (न्यू) के अध्ययन में यह बात सामने आई है. इन दोनों संगठनों ने 4856 सांसदों और विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण किया. इसमें 770 सांसद और 4086 विधायक शामिल हैं. 4856 सांसद और विधायकों में 1042 यानी 21 फीसदी जन प्रतिनिधियों पर गंभीर किस्म के आपराधिक मामले दर्ज हैं. 1042 सांसद, विधायकों में से 64 यानी छह फीसदी के खिलाफ अपहरण और लोगों को अगवा करने के मामले दर्ज हैं.
जिन 64 सांसदों और विधायकों के खिलाफ अपहरण के केस दर्ज हैं, उनमें 17 राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अनाधिकृत दलों से जुड़े हुए हैं जबकि 4 सांसद और विधायक निर्दलीय हैं. यह बात नोट करने वाली है कि इन शीर्ष 16 नेताओं में सबसे अधिक बीजेपी से जुड़े हुए हैं. जबकि छह कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से ताल्लुक रखते हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के ऐसे पांच नेता हैं जिन पर इस तरह के केस दर्ज हैं. वहीं बीजू जनता दल (बीजद) और द्रमुक के क्रमशः चार-चार नेता हैं जिनके खिलाफ अपहरण के मामले दर्ज हैं. समाजवादी पार्टी और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के तीन-तीन नेताओं के खिलाफ अपहरण जैसे मामले पंजीकृत हैं.
शीर्ष पर उत्तर प्रदेश और बिहार
वहीं राज्य के लिहाज से देखा जाए तो उत्तर प्रदेश और बिहार के सबसे अधिक विधायकों पर अपहरण के केस दर्ज हैं, जहां क्रमशः नौ-नौ विधायक इसके दायर में हैं. इसके बाद महाराष्ट्र की बारी आती है, जहां आठ विधायकों पर अगवा करने के आरोप हैं. पश्चिम बंगाल में 6 विधायक, ओडिशा और तमिलनाडु में चार-चार आंध्र प्रेदश, गुजरात और राजस्थान में तीन-तीन विधायकों पर अपहरण के आरोप हैं.
रिपोर्ट बताती है कि लोक सभा के पांच और राज्य सभा के तीन सांसदों ने हलफनामे यह घोषणा की है कि उनके खिलाफ अपहरण के मामले दर्ज हैं. लोकसभा के जिन दो सांसदों ने अपहरण के मामलों की जानकारी दी है उनमें दो राजद के हैं, एक सांसद लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) और तीसरा सांसद निर्दलीय है. वही राज्यसभा में बीजेपी, शिवसेना और समाजवादी पार्टी के एक-एक सांसदों पर इस तरह के मामले दर्ज हैं.