हिंदुत्व छवि को लेकर नरेंद्र मोदी की मुखालफत करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बीजेपी के मुखपत्र 'कमल संदेश' ने आड़े हाथों लिया है. पत्रिका ने अपने संपादकीय में मोदी के टोपी-विवाद को लेकर नीतीश पर हमला बोला है.
कमल संदेश में कहा गया है, 'गुजरात की धरती हिंदू-मुस्लिम नहीं देख रही. वह सद्भावना की मिसाल बनकर उभर रही है. टोपी नहीं पहनना किसी चीज का विरोध नहीं है. जब किसी चीज को पहनने से धर्म को जोड़ा जाता है तो उसे पहनने के लिए कोई किसी को बाध्य नहीं कर सकता. हम किसी मुस्लिम को टीका लगाने के लिए बाध्य नहीं कर सकते. आज गुजरात के मुस्लिमों के बीच सबसे लोकप्रिय व्यक्ति का नाम नरेंद्र मोदी है.'
संपादकीय में लिखे इस अंश के निशाने पर नीतीश कुमार हैं. दरअसल, जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नीतीश कुमार ने टोपी-विवाद को लेकर नरेंद्र मोदी पर तंज किया था. नीतीश ने कहा था कि देश का पीएम ऐसा होना चाहिए जो टोपी भी पहने और दूसरों को गले लगाने भी जाने.
आपको बता दें गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले मोदी के सद्भावना मिशन के दौरान जब मंच पर एक मौलवी ने उन्हें टोपी पहनने की पेशकश की थी तो गुजरात के मुख्यमंत्री ने इनकार कर दिया था.
इसके अलावा संपादकीय में पीएम उम्मीदवारी को लेकर नीतीश कुमार की दुविधा भी दूर की गई है. इसमें लिखा गया है कि पीएम उम्मीदवार के नाम की घोषणा तब तक नहीं की जा सकती है जब तक बीजेपी संसदीय बोर्ड और एनडीए में इस पर चर्चा ना हो.