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राफेल डील: राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस

राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह स्वयं फ्रांस के राष्ट्रपति से मिले थे जब वे दिल्ली आए थे. इस मुलाकात के दौरान उन्होने फ्रांस के राष्ट्रपति से पूछा कि क्या इस तरह की कोई शर्त है जिसमें राफेल के विमानों की कीमत गुप्त रखने की बात है? तब फ्रांस के राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि ऐसी कोई शर्त नहीं है. आप पूरे देश को राफेल की कीमत के बारे में बता सकते हैं.

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बीजेपी सांसद प्रहलाद जोशी, फाइल फोटो
बीजेपी सांसद प्रहलाद जोशी, फाइल फोटो

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लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ टीडीपी द्वारा लाए गाए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा मोदी सरकार पर राफेल विमान सौदे में कीमत छिपाने को लेकर दिए गए बयान पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रहलाद जोशी ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है.

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह स्वयं फ्रांस के राष्ट्रपति से मिले थे जब वे दिल्ली आए थे. इस मुलाकात के दौरान उन्होने फ्रांस के राष्ट्रपति से पूछा कि क्या इस तरह की कोई शर्त है जिसमें राफेल के विमानों की कीमत गुप्त रखने की बात है? तब फ्रांस के राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि ऐसी कोई शर्त नहीं है. आप पूरे देश को राफेल की कीमत के बारे में बता सकते हैं.

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अपने विशेषाधिकार हनन नोटिस में बीजेपी सांसद प्रहलाद जोशी का कहना है कि राहुल गांधी ने फ्रांस के साथ हुई राफेल डील का जिक्र करते हुए कहा था कि मोदी सरकार ने यूपीए की डील को रद्द कर फ्रांस से राफेल विमानों को लेकर जो डील की उसकी वजह से राफेल का दाम 1600 करोड़ हो गया, जो यूपीए के समय मे 520 करोड़ प्रति विमान था.

प्रहलाद जोशी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी द्वारा दिया गया बयान तथ्यों से परे है और सदन को गुमराह करने वाला है. कांग्रेस अध्यक्ष का बयान प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री की छवि खराब करने के लिए दिया गया है.

इससे पहले राहुल गांधी के बयान पर जवाब देते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि राफेल विमान सौदों में कीमत को गुप्त रखने की शर्त तत्कालीन यूपीए सरकार के दौरान हुई डील में निहित है. जिसका उनकी सरकार पालन कर रही है. निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी की फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात का हवाला देते हुए कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में फ्रांस के राष्ट्रपति की तरफ से कहा गया कि कॉमर्शियल एग्रीमेंट की बाध्यता की वजह से पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती.

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