प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का लक्ष्य अभी चर्चा में ही है कि बीजेपी के एक नेता ने 10 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का शिगूफा छोड़ा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और हजारीबाग से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने कहा है कि मौजूदा बजट द्वारा जो सॉलिड नींव रखी गई है उसकी मदद से भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का लक्ष्य तो हासिल करेगा ही, आगे चलकर हम इसे 10 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाएंगे.
लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के पुत्र जयंत सिन्हा ने कहा कि 2014 में एनडीए को जो अर्थव्यवस्था पिछली सरकार से मिली थी वो पैसेंजर ट्रेन थी, वो भी बेपटरी पैसेंजर ट्रेन. जयंत सिन्हा ने कहा कि 5 साल में हमने उस पैसेंजर ट्रेन को राजधानी एक्सप्रेस बनाया है, और आगे हम उसे बुलेट ट्रेन बनाएंगे. जयंत सिन्हा ने कहा, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि ये जो 5 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य है उसे तो हम हासिल करेंगे ही...लेकिन इस बजट ने जो नींव खड़ी की है उससे हम 5 ट्रिलियन नहीं, बल्कि 10 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी हासिल करने वाले हैं."
बहरहाल, अगर 10 ट्रिलियन डॉलर को रुपये के मौजूदा भाव के आधार पर भारतीय करेंसी में बदला जाए तो ये आंकड़ा लगभग 68,61,05,00 करोड़ रुपये आता है. भारतीय अर्थव्यवस्था फिलहाल करीब 190 लाख करोड़ की है. इस आंकड़े को डॉलर में बदलने पर इसका औसत मूल्य करीब 2.8 ट्रिलियन डॉलर बैठता है. अगर पीएम मोदी के लक्ष्य की बात करें तो अगले पांच साल में इंडियन इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए इसका आकार लगभग दोगुना करना पड़ेगा.
Speaking in Lok Sabha on the #BudgetForNewIndia :https://t.co/boazQRGISO pic.twitter.com/oX3Szxu84Q
— Jayant Sinha (@jayantsinha) July 8, 2019
जयंत सिन्हा ने कहा कि 2014 में जब हमें इकोनॉमी मिली थी तो उस समय इसका मूल्य 111 लाख करोड़ रुपये था. पांच साल में हमने इसे 188 लाख करोड़ तक पहुंचा दिया है. ये बढ़ोतरी 70 फीसदी है. जयंत सिन्हा ने कहा कि अगर हमें 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी को हासिल करना है तो 188 लाख करोड़ की जीडीपी को 350 लाख करोड़ तक लेकर जाना होगा. उन्होंने कहा कि मौजूदा अर्थव्यवस्था की जो रफ्तार है, उस हिसाब से हम इसे 6-7 साल में हासिल कर लेंगे. लोकसभा में उन्होंने कहा कि 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हमें 350 लाख करोड़ की इकोनॉमी को 700 लाख करोड़ तक पहुंचाना पड़ेगा.
जयंत सिन्हा ने कहा कि हम जिस रफ्तार से अभी काम कर रहे हैं, अगर इसमें थोड़ी सी गति और पैदा कर दें तो इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं.